मुख्यमंत्री सर्वश्रेष्ठ विद्यालय में तब्दील होंगे तीन स्कूल

in #school2 years ago

अमेठी। मॉडल विद्यालय की अवधारणा को मूर्त रूप देने के लिए तीन परिषदीय कंपोजिट स्कूलों को मुख्यमंत्री सर्वश्रेष्ठ विद्यालय में तब्दील किया जाएगा। योजना को अमलीजामा पहनाया जा सके, इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग के प्रस्ताव को शासन ने मंजूरी दे दी है।

बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जिले में 1,139 प्राथमिक, 234 उच्च प्राथमिक व 197 कंपोजिट परिषदीय स्कूल संचालित किए जाते हैं। शैक्षिक सत्र 2022-23 में 2.06 लाख बच्चे पंजीकृत हैं। नई शिक्षा नीति के तहत जिले में संचालित 197 कंपोजिट स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से आधुनिक सुविधाओं के साथ उच्चीकृत करने की योजना बनाई गई है।

बेसिक शिक्षा विभाग एक ही परिसर में कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को बेहतर शैक्षणिक परिवेश उपलब्ध कराने के लिए परिषदीय कंपोजिट स्कूलों को मुख्यमंत्री सर्वश्रेष्ठ विद्यालय के रूप में विकसित करेगा। कवायद सफल हो, इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग के प्रस्ताव पर गौरीगंज ब्लॉक के कंपोजिट स्कूल पचेहरी, जगदीशपुर के कंपोजिट स्कूल पालपुर तथा सिंहपुर ब्लॉक के कंपोजिट स्कूल पन्हौना को मुख्यमंत्री सर्वश्रेष्ठ विद्यालय में तब्दील करने के प्रस्ताव को शासन ने मंजूरी प्रदान कर दी है।
अब इन तीनों स्कूलों को हाईटेक संसाधनों के साथ ही खेलकूद व अन्य सुविधाओं से लैस किया जाएगा। इन स्कूलों में पंजीकृत कक्षा एक से आठवीं तक के विद्यार्थियों को निजी स्कूलों से बेहतर शिक्षा मिलेगी। यही नहीं कंप्यूटर ज्ञान के साथ स्क्रीन पर शिक्षण कार्य करने की भी सुविधा मिलेगी। ऐसे में जहां बच्चों का बौद्धिक विकास होगा वहीं स्कूल में शिक्षा के साथ संचालित अन्य गतिविधियों से उनके शारीरिक विकास में भी मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री सर्वश्रेष्ठ विद्यालय बनाने के लिए चिह्नित तीनों स्कूलों में स्मार्ट क्लास, पुस्तकालय व कंप्यूटर लैब के साथ ही मल्टी डाईमेंशनल और खेलकूद के लिए मल्टी स्केल स्पेस की व्यवस्था होगी। हैंड व डिश वॉश यूनिट, ग्राउंड तथा विभिन्न प्रकार के झूलों की स्थापना होगी। पर्यावरण के अनुकूल पानी व प्रसाधन की भी समुचित व्यवस्था होगी।
बीएसए संगीता सिंह का कहना है कि बच्चों को बेहतर ढंग से शिक्षित कर उनका भविष्य उज्ज्वल बनाने के लिए शासन के निर्देश पर जिले के तीन स्कूलों का चयन मुख्यमंत्री सर्वश्रेष्ठ विद्यालय में हुआ है। मंजूरी मिलने के बाद बजट आवंटन होते ही इन स्कूलों में प्रस्तावित कार्य पूरे कराकर हाईटेक सुविधा से लैस कर विद्यार्थियों के अनुपात में शिक्षकों की तैनाती कर शिक्षण कार्य किया जाएगा।amethi_1633683841.jpeg