कश्मीर में शिक्षिका की हत्या से राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ में रोष, सौंपा पत्र

---कश्मीर घाटी में जिस तरह से हत्याएं कर भय और अस्थिरता का माहौल बनाने का प्रयास हुआ है उससे पूरा देश है चिंतित : अजीत सिंह

---दिवंगत शिक्षिका के परिवार को मुआवजा व उनके बच्चों को दी जाय गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा : नवीन त्रिपाठी

संतकबीरनगर। कश्मीर में शिक्षिका रजनी बाला के हत्यारों पर कठोरतम कार्रवाई करने, दिवंगत शिक्षिका के हत्यारों और उनको प्रश्रय देने वालों पर कठोरतम कार्रवाई करने और दिवंगत शिक्षिका के परिवार को समुचित सम्मानजनक मुआवजा देने तथा उनके बच्चों के गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा की समुचित व्यवस्था निःशुल्क किए जाने सहित अन्य मांगों को लेकर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के द्वारा गृहमंत्री को संबोधित मांग पत्र अपर उप जिलाधिकारी को सौंपा गया। जिसका नेतृत्व जिलाध्यक्ष नवीन त्रिपाठी ने किया।
IMG-20220607-WA0006.jpgदिए गए पत्र में प्रदेश अध्यक्ष अजीत सिंह, जिलाध्यक्ष नवीन त्रिपाठी एवं जिला महामंत्री अमरेश चौधरी आदि शिक्षक नेताओं ने कहा कि कश्मीर में अपने शिक्षकीय कर्तव्य पर जा रही शिक्षिका रजनी बाला की जिस निर्ममता और कायराना रूप से भारत विरोधी अलगाववादी तत्वों ने हत्या की है उससे राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश से जुड़े देश व प्रदेश के शिक्षक अत्यंत स्तब्ध और आक्रोशित है। पिछले कुछ समय से कश्मीर घाटी में जिस तरह से लक्षित हत्याएं कर भय और अस्थिरता का माहौल बनाने का प्रयास हुआ है उससे पूरा देश चिंतित है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने पूर्व में भी गृह मंत्री को पत्र लिखकर कंश्मीर घाटी में दो शिक्षकों की वर्वरतापूर्ण हत्या पर अपना रोष व्यक्त करते हुए शिक्षकों हेतु समुचित सुरक्षा की मांग की थी। किंतु विद्यालय में अपने कर्तव्य निर्वाहन हेतु जाती शिक्षिका की फिर से हुई लक्षित हत्या ने देशभर के शिक्षक समुदाय के मनों को गहरे तक आंदोलित कर दिया है। शिक्षक नेताओं ने कहा कि शिक्षक अपने विद्यालय में सभी विद्यार्थियों को बिना भेदभाव के मानव निर्माण और राष्ट्र निर्माण के लिए तैयार करता है। वह अपने शिक्षकीय कर्तव्यों को विना भय के समुचित रूप से निभा सके इसके लिए उन्हें एक सुरक्षित और निर्भय वातावरण देने की जिम्मेदारी शासन की बनती है। महासंघ मांग करता है कि कश्मीर घाटी में शिक्षकों को अपने कर्तव्य निर्वहन हेतु समुचित सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराई जाय तथा दिवंगत शिक्षिका के हत्यारों और उनको प्रश्रय देने वालों पर कठोरतम कार्रवाई की जाय। संगठन यह भी मांग करता है कि दिवंगत शिक्षिका के परिवार को समुचित सम्मानजनक मुआवजा दिया जाय तथा उनके बच्चों के गुणवत्तापूर्ण उच्च अध्ययन तक की समुचित व्यवस्था निःशुल्क की जाय। इस दौरान अनपू सिंह, मनोज पाण्डेय, सर्वेश त्रिपाठी, शमशाद, विवेक पाण्डेय, विजेन्द्र, भोला नाथ, मुरलीनर शुक्ला, नित्यानंद, संदीप त्रिपाठी, शशांक पाण्डेय आदि शामिल रहे।IMG-20220607-WA0007.jpg