लेट हुई ट्रेन, ट्रेक नहीं मिले खाली, वापस लौटी स्टेशन

in #the-train2 years ago

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  • ट्रेन चालक की सूझबूझ से हादसा होने से टला, यात्री होते रहे परेशान
  • निर्धारित समय से दो घंटे लेट गई ट्रेन

मंडला। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन का नागपुर डिविजन के आला अधिकारीयों के दौर में जनता की सुविधा देने की बात की जाती है लेकिन नागपुर डिवीजन का आश्वासन सिर्फ आमजन को लालीपॉप देने जैसा है। यहां आमजन को मिलने वाली रेलवे की सुविधा किसी से छिपी नहीं है। सुविधा के नाम पर लोगों को लालीपॉप थमाया जा रहा है। आमजन का रेल का सफर आरामदायक के वजाय परेशानी भरा गुजर रहा है। इस समस्या से निजात पाने के लिए आमजन मांग कर रहे है।

बता दे कि रेलवे विद्युत मार्ग पर लाखों रूपए खर्च कर डीजल वाली डेमू ट्रेन चलाई जा रही है, जबकि गोंदिया से लेकर जबलपुर तक विद्युतीकरण हो चुका है, बावजूद इसके इस मार्ग पर लाखों रुपए डीजल में खर्च कर जनता के खून पसीने की कमाई को बर्बाद किया जा रहा है। बताया गया कि विगत दिवस की शाम गढ़ा से गोदिंया जाने वाली ट्रेन शाम को इंजन फेल हो जाने के कारण 02 घंटे नैनपुर में खड़ी रही। इसके बाद नागपुर के आदेशानुसार डेमो गाड़ी में इलेक्ट्रिक इंजन लगाकर गोंदिया की ओर रवाना किया गया।

इसी तरह नैनपुर स्टेशन से सोमवार को एक डेमू गाड़ी अपने निर्धारित समय से लेट 10.20 में रवाना हुई, लेकिन ट्रेक में आगे उसे लाइन क्लियर नहीं मिली। जिसके बाद चालक की सूझबूझ से होम सिग्नल से वापस गाड़ी को मुख्य स्टेशन नैनपुर लाया गया। ट्रेन अपने निर्धारित समय पर जबलपुर के लिए रवाना नहीं हो सकी। जिसके कारण ट्रेन में यात्रा कर रहे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। नैनपुर स्टेशन से बैठे यात्रियों को जबलपुर स्टेशन से आगे की यात्रा करनी थी। ट्रेन लेट होने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी।

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  • रेल यात्री हुए परेशान :
    बताया गया कि सोमवार को नैनपुर से जबलपुर जाने के लिए ट्रेन नंबर 07829 गोंदिया से नैनपुर स्टेशन 09.30 में पहुंचती है। यहां से जबलपुर के लिए 09.40 पर रवाना होती है। लेकिन मालगाड़ी की क्रॉसिंग के चलते 10.10 बजे नैनपुर स्टेशन पहुंची। जिसके बाद 10.20 बजे नैनपुर से जबलपुर के लिए रवाना हुई। लेकिन आगे के स्टेशनों में ट्रेक खाली ना होने के कारण होम सिंग्रल से ट्रेन वापस नैनपुर स्टेशन आ गई। जिससे यात्रियों में असमंस्य बनी रही। यात्री परेशान होते रहे।

  • ट्रेन चालक की सूझबूझ से टला हादसा :
    बता दे कि नैनपुर से जबलपुर जाने वाले ट्रेक में पिंडरई और निधानी स्टेशन पड़ते है। जहां पर पिंडरई में एक ट्रेक खाली और निधानी में दोनो लाईन भरी थी। इसकी जानकारी स्टेशन मास्टर को थी। क्योंकि ट्रेन वैसे भी लेट हो चुकी थी। इसके बावजूद नैनपुर स्टेशन से बिना जानकारी लिए सवारी गाड़ी को रवाना किया गया। डेमो चालक की सूझबूझ से एक वायरलेस संदेशों के आदन प्रदान के चलते पता चला कि आगे के ट्रेक खाली नहीं है। डेमो चालक ने तुरंत उच्चाधिकारियों को सूचित करते हुए होम सिंग्रल से डेमों ट्रेन को नैनपुर स्टेशन में लाकर खड़ा कर दिया। चालक की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया। जैसे ही ट्रेन वापस नैनपुर स्टेशन लौटी तो रेल कर्मचारियों में चर्चा होने लगी कि ऐसा पहली बार हुआ है कि ट्रेन जाने के बाद तुरंत वापस आ गई। अब देखना होगा कि रेल प्रशासन किसके ऊपर कार्रवाई करता है। इतनी बड़ी लापरवाही से यात्रियों जान सकते में बन गई थी।

  • इनका कहना है

मुझे अपनी बेटी का इलाज कराने नैनपुर से जबलपुर जाना था। डाक्टर से अपाइंटमेंट हो गया था, लेकिन जबलपुर जाने वाली ट्रेन नैनपुर स्टेशन ही लेट पहुंची इसके बाद ट्रेन रवाना हुई लेकिन दोबारा ट्रेन वापस हो गई। जिसके कारण हम दो घंटे लेट हो गए। इस दौरान काफी परेशानी उठानी पड़ी।

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मोहित सेन, रेल यात्री

मुझे जरुरी काम से जबलपुर से आगे की यात्रा करनी थी। डेमू ट्रेन गोंदिया से लेट आई, जिसके कारण नैनपुर स्टेशन से 10.20 बजे नैनपुर स्टेशन से छूटी। इसके बाद ट्रेन कुछ दूरी चलने के बाद खैरमाई मंदिर के पास से दोबारा वापस लौटकर नैनपुर स्टेशन में आकर खड़ी हो गई। जिसके कारण परेशानी उठानी पड़ी।

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संतोष चक्रवती, रेल यात्री