पुरानी यादें भूल कर 2023 का उत्साह से किया स्वागत
- युवाओं में रहा उत्साह, पर्यटन स्थलों में रही भीड़
- हुए धार्मिक आयोजन, मंदिरों में रही भीड़
मंडला. वक्त ठहरता नहीं है, टिक-टिक करती घड़ी की सुईयों की तरह वर्ष 2022 भी अपनी मस्तानी चाल चलकर आखिरकार विदा हो गया है। उसके चेहरे पर खुशी भी थी, तो गम भी। खुशी इस बात की कि उसे अपने लम्बे सफर से मुक्ति मिली, मायूसी-तनाव का दामन छूटा। गम इसलिए कि साल जैसा भी रहा, उसका हमसफर रहा। उससे लिपटा रहा सुख-दुख, ऊंच-नीच, अच्छा -बुरा सब कु छ साथ-साथ हुआ। अब भरे मन से वर्ष 2022 को अलविदा कहना पड़ा।
साल बदला, कैलेण्डर बदल गया, दीवारों की पुरानी कील पर नया कैलेण्डर, नए अरमानों, नई ख्वाहिशों के साथ लटक गया। 2022 बदलकर 2023 हो गया। अब 2022 की यादों को भूलकर 2023 से कुछ अच्छे की उम्मीदें है। जिससे पुराने साल की यादों को भूल सके। जिलेवासियों ने नववर्ष का जोरदार स्वागत किया। शहर में कई स्थानों में युवा वर्गो ने नववर्ष के स्वागत के लिये विशेष तैयारियां कर रखी थी। लोग नववर्ष का जश्न मनाए। हालाकि कोई नववर्ष में कोई बड़े आयोजन नहीं किये गए। सादगी के साथ नववर्ष का स्वागत किया गया।
नई उम्मीदों और नई सोच के संग नव वर्ष का अपने ही अंदाज में हर किसी ने स्वागत किया। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने नव वर्ष के लिए सपने अपने मन में सजाए। किसी ने सकारात्मक सोच का मन बनाया तो किसी ने अपनी किसी एक बुरी आदत को छोडऩे का तो किसी ने नई सोच के साथ रात 12 बजे ही नववर्ष के जश्न के साथ नए साल की शुरुआत की। सभी का नव वर्ष पर कोई न कोई नया अंदाज अवश्य दिखा। नव वर्ष का पहला दिन लोग खुशियों के साथ मनाए।
नया वर्ष का आगाज हो गया और वर्ष 2023 का पहला दिन लोगों के लिए शानदार रहा। प्रकृति ने भी अपने रंग खूब दिखाये। नया वर्ष की सुबह ठंडक लेकर आई। मौसम का तापमान दिनभर अन्य दिनों की अपेक्षा कम रहा। नव वर्ष 2023 ने दस्तक दे दी। बीते वर्ष की खट्टी-मीठी बातों को भूलकर नए वर्ष को हर्षोल्लास मनाने मे लग गए। जिलावासियों ने नववर्ष का स्वागत अपने-अपने तरीके से किया। कुछ ने हवन करवाकर तो कुछ ने घूमने का प्लान बनाकर और कुछ ने शॉपिंग करके नए वर्ष 2023 का गर्मजोशी से स्वागत किया।
- मंदिर में माथा टेक कर किया नववर्ष का स्वागत:
नए साल 2023 के आगाज पर बड़ी संख्या में युवा धार्मिक स्थलों पर पहुंचे। मंदिरों में सुबह से ही श्रृद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। वहीं गुरुद्वारों में भी लोगों ने अरदास कर दुआ मांगी। जिले के प्रसिद्ध मंदिरों, नर्मदा नदी में सुबह पांच बजे से ही भीड़ लगनी शुरू हो गई थी। मंदिर समितियों की तरफ से भी इंतजाम किए गए थे। सुबह आठ बजे के आसपास काफी भीड़ एकत्र हो गई थी। माथा टेकने वालों में अधिकतर युवा थे। सूर्यकुण्ड धाम, शीतला मंदिर, गुरुद्वारा, आईटीआई दुर्गा मंदिर, सिद्धबाबा टेकरी, नर्मदा घाटों में खासी भीड़ रही। माथा टेककर आने वाले कई लोगों ने अमन चैन की प्रार्थना की।
- नर्मदा घाटों में रही भीड़:
नए वर्ष के अवसर पर नगर के नर्मदा तटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। सुबह से ही न केवल शहर तथा आसपास के ग्रामों में बल्कि बालाघाट, सिवनी, गोंदिया, रायपुर आदि शहरों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु नर्मदा स्नान व नव वर्ष मनाने पहुंचे। रपटाघाट, संगमघाट महाराजपुर समेत पर्यटन स्थल सहस्त्रधारा में श्रद्धालुओं का हुजूम लगा रहा। वही जिले के आसपास के पर्यटन स्थलो के नर्मदा घाटों में भी लोगों की भीड़ देखी गई। नर्मदा मंदिर, दुर्गा मंदिर में कथा, हवन पूजन कर नववर्ष की शुरूआत की।
पर्यटन स्थलों में मनाया नव वर्ष:
नववर्ष का स्वागत जहां लोगों ने धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया। वहीं लोगों ने पिकनिक पर भी अपने परिजनों, दोस्तों के निकटतम पर्यटन स्थलों पर गए। जहां मिलजुल कर खूब नववर्ष का आनंद उठाया। शहर के निकटतम पर्यटन स्थल गरम पानी कुण्ड, सहस्त्रधारा एवं सूरजकुण्ड सहित नर्मदा के तटों में लोग पिकनिक मनाते हुए देखे गए। वहीं रामनगर मोती महल से लगी नर्मदा नदी के किनारे भी लोगों का हुजूम लगा रहा। जहां बड़ी संख्या में लोग अपने परिवार व अपने मित्रों के साथ पिकनिक का खूब आनंद उठाया। जहां बड़ी संख्या में युवक, युवतियां, बड़े, बुजूर्ग, बच्चे रहे।
- सहस्त्रधारा में भी रही लोगों की भीड़ :
इधर नववर्ष की धूम सुदूर ग्रामीण व पहाड़ी क्षेत्रों में भी देखने को मिली और कही नर्मदा के रमणीय स्थलों जैसे सहस्त्रधारा में भी लोगों का हुजूम देखने को मिला। जहां लोग पूजन के साथ-साथ पिकनिक का भी आनंद लिया। प्रकृति की घनी वादियों के बीच परिवार व साथियों के साथ स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लिया। शायद ही कोई ऐसा रमणीक स्थल होगा जहां पहली जनवरी को पिकनिक मनाने टोली न पहुंचा हो। कई टोलियां पिकनिक के दौरान गीतों की धुन पर जमकर थिरकते देखे गये।
- बाजारों व चौपाटी में रही धूम:
नए वर्ष के आगाज के साथ ही बाजारों और नगर में स्थित चौपाटी में लोग की धूम रही। लोग नए वर्ष के कैलेंडर खरीदते हुए देखे गए कुछ लोग शहर में स्थित चौपाटी में तरह तरह के चाट, फुल्की के स्वाद चखते नजर आए।
पारम्परिक तरीके से भी मनाया नव वर्ष :
शहर की सामाजिक संस्थानों ने नए वर्ष का स्वागत पारम्परिक तरीके से किया। किसी ने रामायण पाठ किया तो कोई भजन करते नजर आए और कही हवन आयोजित किए तथा ईश्वर से देश में शांति, तरक्की और आपसी भाईचारा बनाए रखने की कामना की। वही शहर में स्थित सेंट लूक्स चर्च में भी नव वर्ष के उपलक्ष्य में ईश्वर से प्रार्थना की गई।रपटा घाट में लगा जाम :
बता दे कि नव वर्ष की शुरूआत रविवार के दिन से शुरू हुई। रविवार का दिन होने के कारण शासकीय, अशासकीय कार्यालय बंद रहे, जिसके कारण नए वर्ष का जश्र मनाने लोगों की भीड़ पूरे जिले में ज्यादा देखी गई। पर्यटन स्थल, धार्मिक स्थल समेत अन्य स्थानों में जन सैलाब उमड़ पड़ा। हर स्थान में लोगों का जमघट रहा। जिसके कारण यातायात व्यवस्था चरमरा गई। यातायात सुचारू करने के लिए कहीं भी कोई इंतजाम नहीं किए गए, जिसके कारण कई क्षेत्रों में जाम की स्थिति बनी रही। वही जिला मुख्यालय के रपटा घाट मार्ग में वाहनों की लंबी कतारें लग गई। नए साल के कारण लोग माँ नर्मदा का पूजन, अर्चन करने बड़ी संख्या में पहुंचे। जिसके कारण इस मार्ग में यातायात का दबाव अधिक हो गया। जिससे इस मार्ग में जाम की स्थिति निर्मित हो गई। दोपहर से लेकर देर शाम तक रपटा घाट मार्ग में महाराजपुर की ओर जाने वाले और मंडला की और आने वाले लोगों को भारी मशक्कत करनी पड़ी।
- इनका कहना है
विगत दो वर्ष दुखदायी रहा, इसे हम कभी नहीं भूल सकते। अब 2023 से बहुत सी उम्मीदें है, इस वर्ष आमजनों के लिये कई सौगातें लेकर आने वाला है। इस वर्ष जिले से सुपर फास्ट ट्रेन की शुरूआत हो जाएगी, जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
वैशाली मौर्या, मंडला
रामनगर एक प्रसिद्ध स्थल है। हम यहां कई बार आए है। हर बार महल को देखने की उत्सुकता रहती है। यहां आकर हमे बहुत अच्छा लगा। इस महल में ऊपर नीचे उतरने की बहुत सीढिय़ां है। यहां घूमकर बहुत आनंद आया। यहां से माँ नर्मदा का सुंदर दृश्य भी दिखाई देता है।
संध्या कछवाहा, जबलपुर
हम अपने परिवार और अपने दोस्तों के साथ नये साल 2023 का स्वागत किये। इसके साथ खाने-पीने, संगीत, डांस और मस्ती का इंतजाम किये। शहर के नजदीक पर्यटन स्थल सहस्त्रधारा में जाकर नव वर्ष को सेलीब्रेट किये और नये साल में खूब मस्ती की।
चांदनी चौकसे, पिपरिया
हम सहस्त्रधारा अनेक बार आए है। यह एक रमणीय स्थल है। यहां चट्टानों के बीच से बहती माँ नर्मदा की अनेकों धारायें मन को लुभाती है। जिसे देखकर यहां आने का मन होता है। यह एक बहुत अच्छा पर्यटन स्थल है। अब तो यहां आने जाने के लिए मार्ग भी बन गया है।
अनिरूद्ध शास्त्री, नारायणगंज
आने वाले वर्ष में हम जिले में उच्च शिक्षा एवं प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज की जल्द क्रियान्वयन की अपेक्षा करते हैं कि जिसका लाभ अनेक छात्र छात्राओं को मिलेगा। मेडिकल कॉलेज जिलेवासियों के लिए इस वर्ष एक बङी उपलब्धि होगी।
अनिकेत पाठक छात्र
जिले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को लेकर अनेक सुविधाओं की अपेक्षा जिलेवासी कर रहे हैं। इसके साथ ही रेल यातायात एवं अन्य आवागमन की सुविधाओं में इजाफा होना चाहिए जो कि हम सभी के लिए बेहतर होगा।
आदर्श ठाकुर, छात्र