55 निक्षय मित्र - टीबी मरीज को दे रहे पोषण आहार

in #nationwide2 years ago

TB.jpg

  • क्षय रोग के खिलाफ राष्ट्रव्यापी जंग जारी
  • लोगों को जागरूक होने की जरूरत
  • प्रहलाद कछवाहा
    मंडला. अगर आप निक्षय मित्र हैं और आपने किसी टीबी मरीज को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने का संकल्प लिया है, तो यह कार्य टीबी (क्षय) रोग के खिलाफ शुरू की गई राष्ट्रव्यापी जंग में आपका योगदान है। इस मुहिम में जिले के अधिकारी, कर्मचारी, जनप्रतिनिधि भी निक्षय मित्र बन रहे हैं। बता दे कि जिस तरह पोलियो और कोरोना के खिलाफ जंग जीती गई है, उसी तरह टीबी के खिलाफ जंग को जीतने के लिए सम्मिलित प्रयास किया जाना बहुत जरूरी है। जिससे हमारा देश इस टीबी बीमारी से मुक्त हो सकेगा। इस बीमारी की मुक्ति सभी भारतीय की सहभागिता से संभव है। क्षय रोग की जंग में जीत के लिए एक छोटा सा योगदान टीबी रोग व्यक्ति के लिए वरदान साबित हो सकता है।

जानकारी अनुसार वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य है। बता दे कि निक्षय मित्र योजना टीबी से पीडि़त लोगों को गोद लेने की योजना है। इस योजना के तहत कोई भी स्वयंसेवी संस्था, औद्योगिक इकाई या संगठन, राजनीतिक दल, शासकीय अधिकारी, कर्मचारी या कोई भी व्यक्ति टीबी मरीज को गोद ले सकता है, जिससे वह टीबी मरीज के इलाज में उसकी मदद और उसके लिए हर माह पौष्टिक आहार की व्यवस्था करने में एक सहयोग दे सकते है। जिससे पीडि़त व्यक्ति को प्रति माह उस बीमारी से लडऩे में पोषण आहार का सहारा मिल सके।

बता दे कि इस अभियान के तहत निक्षय मित्र बनने वाले व्यक्ति या संस्था को कम से कम छह माह के लिए किसी ब्लॉक, वार्ड या जिले के टीबी रोगियों को गोद लेकर उन्हें भोजन, पोषण आदि जरूरी मदद उपलब्ध करानी होती है। फिलहाल जिले में 851 टीबी मरीज ईलाजरत है। जिन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा नि:शुल्क उपचार और दवाईयां उपलब्ध कराई जा रही है। जिससे ये स्वस्थ हो सके। इसके साथ ही इन टीबी मरीजों के उपचार में सहयोग के लिए जिले में निक्षय मित्र बनने आगे आ रहे है। जिसमें अभी तक 79 लोगों ने निक्षय मित्र बनने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। 79 पंजीकृत निक्षय मित्र में से वर्तमान में जिले में 55 निक्षय मित्र हैं और इनकी संख्या बढ़ती जा रही है। इस अभियान को जन-आंदोलन बनाकर आमजन को बताना होगा कि इस बीमारी की रोकथाम संभव है। इसका इलाज आसान और नि:शुल्क है।

  • डॉ. सुमित बने नियक्ष मित्र :

TB 1.jpg
जिला चिकित्सालय मंडला में पदस्थ मेडिकल ऑफिसर और प्रभारी जिला क्षय रोग अधिकारी मंडला डॉ. सुमित सिंगौर ने इस टीबी के खिलाफ जंग को जीतने के लिए निक्षय मित्र बनकर पोषण आहार किट देने का संकल्प लिया है। बता दे कि डॉ. सुमित ने जिला क्षय रोग अधिकारी का प्रभार लेने से पहले ही इस अभियान में अपनी सहभागिता दी, जिससे इस जंग को जल्द से जल्द जीता जा सके। डॉ. सुमित ने टीबी रोग से ग्रसित आर्थिक रूप से कमजोर चार मरीजों को गोद लिया है। इन मरीजों को डॉ. सुमित छह माह तक प्रति माह पोषण आहार देने का संकल्प लिया है। डॉ. सुमित ने आमजन समेत अधिकारी, कर्मचारी और स्वयं सेवी संगठनों से अपील की है कि आर्थिक रूप से कमजोर क्षय रोग से ग्रसित मरीजों को पोषण आहार देकर इस गंभीर बीमारी की जंग को जीतने में सहयोग प्रदान करें।

  • नारायणगंज आयुष्मान मित्र ने लिया एक मरीज गोद :

005.jpg
बता दे कि जहां अधिकारी, कर्मचारी समेत अन्य लोग नियक्ष मित्र बनकर इस बीमारी की जंग में सहभागिता दर्ज करा रहे है। वहीं जिले के विकासखंड नारायणगंज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नारायणगंज में पदस्थ आयुष्मान मित्र प्रहलाद कछवाहा ने नियक्ष मित्र बनकर ग्राम कुम्हा के एक टीबी मरीज को छह माह तक पोषण आहार देने का संकल्प लिया है। आयुष्मान मित्र विगत तीन माह से इस क्षय रोगी को तय फुड बॉस्केट के अनुसार तीन माह से पोषण आहार दे रहे है।

  • नारायणगंज बीएमओ बने निक्षय मित्र :

006.jpg
क्षय रोग के खिलाफ शुरू की गई राष्ट्रव्यापी जंग में सहभागिता दर्ज कर इससे जीतने के लिए नारायणगंज के ब्लाक मेडिकल ऑफीसर डॉ. एएल कोल ने निक्षय मित्र बनकर क्षय रोगी को फुड बॉस्केट उपलब्ध करा रहे है। जिससे रोगी स्वस्थ्य होकर आम लोगों के बीच रह कर जीवन जी सके। इसके साथ लोगों से अपील की है कि इस राष्ट्रव्यापी जंग में सहयोग प्रदान कर इस बीमारी से जीतने में सहभागिता दर्ज करें।

  • निवास बीएमओ बने निक्षय मित्र :

007.jpg
क्षय रोगियों को सामुदायिक सहायता प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे है। इसके अंतर्गत निर्वाचित जनप्रतिनिधियों, अशासकीय संगठनों, विशिष्ट व्यक्ति, शासकीय एवं निजी संस्थानों को निक्षय मित्र बनकर टीबी रोग के खिलाफ राष्ट्रव्यापी जंग में सहभागिता कर क्षय रोगियों को फूड बास्केट पोषण सहायता,जांच, उपचार सहायता व व्यावसायिक सहायता प्रदान करने अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र निवास के संस्था प्रभारी बीएमओ डॉ विजय पैगवार द्वारा विकासखंड के ग्राम अमदरी जाकर क्षय रोगी को फूड बास्केट का वितरण किया। इयके साथ ही एसटीएस अमित जैन द्वारा मरीज को फूड बास्केट प्रदान की। बीएमओ डॉ. विजय पैगवार ने आमजन, शासकीय,अशासकीय संस्थाये, संगठन से अपील की है कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय क्षय मुक्त अभियान के अंतर्गत सहयोग प्रदान करें।

  • घुघरी में कोई नहीं आया आगे :
    बता दे कि टीबी रोग के खिलाफ राष्ट्रव्यापी जंग में योगदान देने के लिए जिले में सबसे ज्यादा मंडला मुख्यालय में 20 लोगों ने पंजीयन कराया है, जिसमें से 17 लोग निक्षय मित्र बने है। इसके बाद नैनपुर में 10 पंजीयन और 10 ही निक्षय मित्र, बिछिया में 08 पंजीयन 07 निक्षय मित्र, मवई में 09 पंजीयन 08 निक्षय मित्र, बीजाडांडी में 05 पंजीयन 04 निक्षय मित्र, निवास में 13 पंजीयन 04 निक्षय मित्र, मोहगांव में 08 पंजीयन 02 निक्षय मित्र, नारायणगंज में 06 पंजीयन और 03 निक्षय मित्र बने है। ये सभी निक्षय मित्र बनकर टीबी रोगियों को प्रति माह पोषण आहार का फुड बास्केट दे रहे है। लेकिन जिले का एक मात्र घुघरी विकासखंड जहां एक भी जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी समेत जनसामान्य टीबी रोग के खिलाफ राष्ट्रव्यापी जंग में शामिल होने सामने नहीं आया है। घुघरी में फिलहाल 97 टीबी रोगियों का उपचार चल रहा है। जिन्हें शासन की ओर से दवाईयां नि:शुल्क और पोषण आहार के लिए राशि दी जा रही है।

ब्लाक कुल निक्षय
पंजीयन मित्र
बिछिया 08 07
बीजाडांडी 05 04
मंडला 20 17
घुघरी 00 00
मवई 09 08
मोहगांव 08 02
नैनपुर 10 10
नारायणगंज 06 03
निवास 13 04
कुल 79 55