गंभीरता से करें दायित्वों का निर्वहन, बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करें-हर्षिका सिंह

in #collector-gave2 years ago

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  • समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्देश

मंडला. कलेक्टर हर्षिका सिंह ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य अमला पूरी गंभीरता और जिम्मेदारी से अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करें। योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन करें। विभाग की सभी योजनाएं संबंधित व्यक्ति के स्वास्थ्य को सीधे प्रभावित करती हैं। किसी भी प्रकार की लापरवाही पर संबंधितों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। जिला योजना भवन में संपन्न हुई इस बैठक में सीईओ जिला पंचायत रानी बाटड, सीएमएचओ डॉ. श्रीनाथ सिंह सहित संबंधित उपस्थित रहे।

कलेक्टर हर्षिका सिंह ने निर्देशित किया कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत सब नेशनल सर्टिफिकेट के लिए चिन्हित ग्रामों, वार्डो में टीबी डोर टू डोर सर्वे की कार्यवाही अगले 4 दिवस में पूर्ण करें। सर्वे के दौरान समस्त संभावित टीबी मरीजों के सेंपलों की जांच सीबीनॉट मशीन से कराएं। बीएमओ सर्वे कार्य की मॉनीटरिंग करें। टीबी नोटिफिकेशन को कम से कम 75 प्रतिशत तक पहुंचाएं। समीक्षा में डीटीसी मंडला, मवई, नैनपुर, बिछिया में खखार जांच की उपलब्धि कम पाई गई, जिसे बढ़ाने के निर्देश दिये गये।

कलेक्टर ने कहा कि टीबी मरीजों की एचआईव्ही एवं डायबिटीज की जांच कराएं। क्षय रोग के लक्षण, सावधानी तथा उपचार आदि के बारे में बताते हुए इस संबंध में जनसामान्य को जागरूक करें। उन्होंने सब नेशनल सर्टिफिकेट के संबंध में समस्त तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिए। श्रीमती सिंह ने कहा कि बीएमओ क्षेत्रांतर्गत सभी स्वास्थ्य केन्द्रों का चैकलिस्ट के अनुसार भ्रमण करते हुए व्यवस्थाओं में सुधार करें। जननी सुरक्षा योजना का भुगतान समय पर करें। संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित करें। जिन क्षेत्रों में घरों में प्रसव हो रहे हैं वहां जागरूकता शिविर लगाएं। बाल मृत्यु दर की चर्चा करते हुए कलेक्टर ने नवजात शिशु के पालन-पोषण के संबंध में भी जनसामान्य को जागरूक करने के निर्देश दिए।

  • कारण बताओ नोटिस जारी करने के दिए निर्देश
    बिछिया में मिले मीजल्स रूबेला के एक प्रकरण की चर्चा करते हुए कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट में स्पष्ट करें कि टीकाकरण में किस स्तर पर लापरवाही हुई है। मीजल्स रूबेला के सर्वेलायंस पर लापरवाही बरतने पर कलेक्टर ने बीएमओ बिछिया, मवई एवं नैनपुर को भी कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। बैठक में कायाकल्प अभियान, परिवार कल्याण कार्यक्रम, सीएम हेल्पलाईन, मलेरिया उन्मूलन आदि पर भी विस्तृत समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए गए।

  • निक्षय मित्र बन टीबी रोगियों की सहायता करें :
    क्षय उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान कलेक्टर हर्षिका सिंह ने जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, स्वयंसेवी संगठनों व अधिकारियों से आव्हान किया कि वे निक्षयमित्र बनकर टीबी रोगियों को बीमारी से निजात दिलाने में सहयोगी बनें। उन्होंने बताया कि जिले में 845 चिन्हित क्षय रोगी हैं जिन्हें निक्षयमित्रों के माध्यम से फुड बास्केट उपलब्ध कराए जाने हैं। निक्षयमित्र 690 रूपए प्रदान कर एक टीबी मरीज के लिए बास्केट प्रदान कर सकता है।

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  • पता करें कितने बच्चों का टीकाकरण नहीं हुआ :
    टीकाकरण अभियान की सीक्षा करते हुए कलेक्टर हर्षिका सिंह ने निर्देशित किया कि घर-घर सर्वे करते हुए शिशु टीकाकरण की जानकारी एकत्र करें। सर्वे के दौरान उन बच्चों का चिन्हांकन करें जिनका टीकाकरण अब तक नहीं हुआ है। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि 50 प्रतिशत से कम टीकाकरण वाले क्षेत्रों में बीएमओ स्वयं भ्रमण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। नैनपुर के वार्ड क्रमांक 1 तथा 14 में टीकाकरण में लापरवाही पर कलेक्टर ने संबंधित एएनएम तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार ड्यू लिस्ट की जानकारी उपलब्ध नहीं कराने पर बीएमओ घुघरी एवं मोहगांव को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। श्रीमती सिंह ने कहा कि नियमित टीकाकरण से कोई भी बच्चा छूटना नहीं चाहिए।

  • एनआरसी से बाहर आने वाले बच्चों को फॉलोअप करें:
    कुपोषित बच्चों की समीक्षा के दौरान कलेक्टर हर्षिका सिंह ने निर्देशित किया कि सभी अतिकुपोषित तथा कुपोषित बच्चों का अगले 10 दिनों में स्वास्थ्य परीक्षण कराएं। बच्चों का चिन्हांकन कर उन्हें एनआरसी भेजें। कलेक्टर ने कहा कि एनआरसी को परिणामदायी बनाएं। एनआरसी में भर्ती बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार परिलक्षित होना चाहिए। एनआरसी से जाने के बाद भी बच्चों का लगातार फॉलोअप करें। सेम तथा मेम श्रेणी के बच्चों की प्रतिदिन आंगनवाड़ी केन्द्रों में उपस्थिति सुनिश्चित करें। उन्होंने इस संबंध में पृथक से रजिस्टर संधारित करने के भी निर्देश दिए। श्रीमती सिंह ने कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्रों में आवश्यक दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करें।

  • सरवाईकल व स्तन केंसर पर करें फोकस :
    कलेक्टर हर्षिका सिंह ने कहा कि सर्वाइकल व स्तन केंसर पर फोकस करें। इस संबंध में शतप्रतिशत स्क्रीनिंग करते हुए मरीजों का चिन्हांकन करें व उन्हें समुचित उपचार प्रदान करें। उन्होंने कहा कि सुपरवाईजर स्तर पर शिविर आयोजित करें तथा स्तन केंसर के संबंध में जानकारी प्रदान करें। महिलाओं के स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं के निराकरण के लिए महिला स्वास्थ्य पखवाड़ा का आयोजन करें। बच्चों की आंखों के परीक्षण के लिए भी शिविर लगाएं। आरबीएसके की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने सर्जरी शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए।

  • रक्तदान शिविरों का करें आयोजन :
    कलेक्टर हर्षिका सिंह ने कहा कि मरीजों को रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए विकासखंड स्तर पर शिविर आयोजित करें। बीएमओ द्वारा प्रस्तावित तिथि के अनुसार सीएमएचओ शिविर के लिए योजना तैयार करें। व्यापक प्रचार-प्रसार कर युवाओं को भी रक्तदान के लिए प्रेरित करें। उन्होंने महाविद्यालय स्तर पर भी रक्त शिविरों के आयोजन के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि गंभीर एनीमिक मरीज को ब्लडबैंक से बिना शर्त रक्त उपलब्ध कराएं।