ताजनगरी में स्कूटर चलित देसी जुगाड़ यमराज बनकर दौड़ रहे, ट्रैफिक और सिविल पुलिस साधे है चुप्पी

in #traffic2 years ago

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  • मात्र बीस हजार की लागत से बने देसी स्कूटर जुगाड़ से लाखों का व्यापार

  • राजस्व को भी लाखों का घाटा

आगरा। एक तरफ जहां ट्रैफिक पुलिस व परिवहन विभाग द्वारा समय-समय पर शहर में सड़क सुरक्षा अभियान चलाकर लोगों को जागरुक किया जा रहा है,ताकि ट्रैफिक रूल्स का पालन करें और हादसों में कमी आए और शहर को जाम से छुटकारा मिल सके। हालांकि पहले की अपेक्षा अब अधिकांश दोपहिया वाहन चालक नियमों का पालन भी कर रहे हैं, कार सवार भी नियमों का ध्यान रखने लगे हैं। वहीं दूसरी ओर अभी भी शहर में धड़ल्ले से स्कूटर चलित जुगाड़ वाहन जो कि बिना रजिस्ट्रेशन और बिना परमिट के क्षमता से अधिक लोड लेकर शहर में सरपट दौड़ा रहे हैं। जिनसे कभी भी बड़ी दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। वहीं ये वाहन शहर भर में जाम का बड़ा कारण भी बन रहे हैं। इसी के साथ यह ओवरलोडिंग करके धड़ल्ले से भीड़ भाड़ बाले क्षेत्रों में वाहन चलाते हैं जिससे इनके आसपास चल रहे अन्य वाहन सवारों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ती है,और डर का सामना करना पड़ता है।

सूत्रों की माने तो शहर में दौड़ रहे स्कूटर जुगाड़ वाहन मात्र बीस हजार रुपए में तैयार हो जाता है। इस वाहन को तैयार कराने के लिए पुरानी बाइक या फिर स्कूटर जिसकी आरसी एक्सपायर हो चुकी होती है उस वाहन से जुगाड़ वाहन तैयार कर लेते हैं। सबसे खास बात यह है कि इस वाहन की चेकिंग भी शहर में कहीं नहीं होती है। इसीलिए यह वाहन ड्राइवर कहीं भी भीड़ में जुगाड़ वाहन ले जाने से नहीं डरते हैं। इस तरह के जुगाड़ वाहनों से चालक अपने आप को एवं आस-पास के लोगों की जान को भी खतरे में डालते हैं जोकि इस तरह के वाहन को नियम विरुद्ध प्रतिबंधित करना प्रसाशन का काम है।

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  • शहर में प्रतिबंधित है देसी स्कूटर चलित जुगाड़

आगरा शहर में संचालित स्कूटर चलित जुगाड़ अवैध रूप से माल लोडिंग का कार्य धड़ल्ले से कर रही है जोकि नियमों के विरुद्ध है।
आगरा लोडिंग टेम्पो ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों द्वारा दिनाँक 27/3/2018 को सम्भागीय परिवहन अधिकारी आगरा द्वारा मांगी गई जन सूचना अधिनियम 2005 के अंतर्गत रिपोर्ट संख्या 72/सू.अ.2018 में स्कूटर चलित जुगाड़ प्रतिबंधित है। बाबजूद इन पर कोई कार्यवाही नही हो पा रही है।

  • राजस्व को लाखों का घाटा

आगरा ट्रैफिक पुलिस, थाना पुलिस, व परिवहन विभाग का ये सौतेला व्यवहार है कि अगर किसी लोडिंग टेम्पो में क्षमता से अधिक लोड होता है या लोडिंग टेम्पो में सवारी बैठाने,फिटनेस आदि पर कम से कम पांच से दस हजार का चालान व वाहन को सीज भी करते है जबकि लोडिंग टेम्पो चालक हर साल टेक्स के रूप में सरकार को राजस्व भी देते है।
जबकि देसी स्कूटर चलित जुगाड़ जिनके पास न कोई आरसी,फिटनेस,लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन न होने के वावजूद शहर में धड़ल्ले से चलते है।

  • लोडिंग टेम्पो चालको की रोजी रोटी पर संकट

आगरा के लोडिंग टेम्पो चालको का कहना है कि हम लाखो रुपये की कीमत लोडिंग टेम्पो खरीद कर सरकार के सभी टैक्स को भरकर व हर महीने लोन की क़िस्त भरने के लिए सुबह से शाम तक जी तोड़ मेहनत करते है। जबकि अवैध रूप से संचालित स्कूटर चलित जुगाड़ संचालक जो भाड़ा तीन सौ रुपये का होता है उसे ये मात्र दो सौ रुपये में लेकर जाते है जिससे हमें लोन की क़िस्त भरने के लिए व परिवार के भरण पोषण में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

  • अधिकारियों से लगाई गुहार

वही इस मामले में आगरा लोडिंग टेम्पो ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष पूरन चौधरी का कहना है कि शहर में हजारों की संख्या में लोडिंग टेम्पो है लेकिन कुछ समय से अवैध स्कूटर चलित जुगाड़ो की वजह से रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया।लोडिंग टेम्पो चालक भुखमरी के कगार पर है।
इस सम्बंध में आगरा लोडिंग टेम्पो ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन का प्रतिनिधि मंडल ने बिगत दिनों में एसपी ट्रैफिक व डीसीपी को लिखित में समस्या के समाधान हेतु पत्र के माध्यम से अवगत कराया है। उन्हें सिर्फ अधिकारियों द्वारा आश्वासन मिला है अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई है। एसोशिएशन जल्द ही समस्या से छुटकारा पाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन सौपेगी।