बिना दीक्षा के जप तप मंत्र फलित नहीं होता-संतोष शास्त्री

in #maa2 years ago

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मंडला. जिला मुख्यालय के नजदीकी ग्राम देवदरा के राजीव कॉलोनी में चल रही मां नर्मदा पुराण के आठवें दिन पं. संतोष शास्त्री पदमी वाले ने गुरु की महिमा और उसके महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रत्येक प्राणी को किसी न किसी ब्राम्हण को अपना गुरु बनाकर दीक्षा लेना अनिवार्य है, बिना दीक्षा के कोई भी जप-तप-मंत्र फलित नहीं होता है। शास्त्री जी ने बताया कि भगवान शिव ने स्वयं कहा है कि पहले स्थान गुरु का है उसके बाद भगवान का। जो स्रोता कथा को पूरे चित्त मन से श्रवण कर आत्मसात करते हंै उसे ही फल की प्राप्ति होती है। उन्होंने भारत देश में नर्मदा सहित गंगा, यमुना, सोनभद्र, सरस्वती को अति पवित्र एवं मुक्ति दायनी बताया।

  • मां नर्मदा को की गई चुनरी अर्पण:
    20 नवम्बर से चल रही मां नर्मदा पुराण के आठवें दिन भी प्रतिदिन की भांति बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा स्थल पर पहुंचे थे। रविवार को यहां सभी आवाहित देवताओं का पूजन-अर्चन किया गया जिसके बाद हवन में आहूतियां डाली गई। हवन के बाद कथा स्थल से भव्य चुनरी यात्रा निकाली गई, जो बाजे-गाजे के साथ शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए रपटा घाट पहुंची, चुनरी यात्रा के दौरान मां नर्मदा की भक्ति गीतों की धुनों में श्रद्धालु जमकर झूम रहे थे। रपटा घाट पहुंचने पर यहां मां नर्मदा का पूजन-अर्चन किया गया जिसके बाद श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा को चुनरी अर्पित की। आज सोमवार को विशाल भण्डारा के साथ मां नर्मदा पुराण का समापन होगा। आयोजकों ने अधिक से अधिक संख्या में भण्डारा में प्रसाद ग्रहण कर धर्मलाभ उठाने की अपील की है।