खुले आसमान के नीचे कारोबार, समस्याएं बरकरार

संतकबीरनगर। पूर्वांचल की सबसे बड़ी कपड़े की मंडी बरदहिया बाजार में ठंड में भी खुले आसमान तले कारोबार करने की मजबूरी है। सप्ताह में दो दिन लगने वाले इस बाजार में शौचालय, पेयजल की समस्या बनी हुई है। जाम से जूझने को लोग मजबूर है। इसके बाद भी जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं।
रविवार और सोमवार को बरदहिया बाजार में प्रदेश के कोने-कोने से कपड़ों के व्यापारियों आते हैं। ट्रक व छोटी गाड़ियों से माल उतरता है। हर कोई बाजार में तय जगहों पर दुकानदारी चमकाने के लिए बेताब रहता है। मौसम के मुताबिक कपड़ों की दुकान 10 एकड़ जमीन में सजती हैं और कपड़ों की बिक्री होती है।
बुनकर बाहुल्य जिला होने के कारण हैंडलूम और अब पावरलूम के कारण सूती कपड़ों की बिक्री खूब होती है। यहां न तो व्यापारियों के रहने के लिए कोई स्थान है और न ही शौचालय।
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मौसम के हिसाब से बच्चों के कपड़े बेचने के लिए यहां आते हैं। बड़ो के लिए जींस के पैंट और शर्ट, स्वेटर, कंबल आदि की बिक्री भी होती है। यहां सस्ते दर पर कपड़ों की खरीद-फरोख्त होती है। बरदहिया में दूरदराज से व्यापारी आते हैं, लेकिन पेयजल और शौचालय की व्यवस्था नहीं है।
यह मंडी पूर्वांचल की सबसे बड़ी कपड़े की मंडी है। 10 वर्षों से दुकान लगाते हैं। इस बाजार में गोरखपुर, आंबेडकरनगर, कानपुर, सीतापुर आदि के व्यापारी आते हैं। रात में भी बाजार में रौनक रहती है, लेकिन बारिश और ठंड से बचाव के लिए कोई इंतजाम नहीं हैं।
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