बीमारी से परेशान युवक गुलाब सागर में कूद दी अपनी जान
बाइक और मोाबइल को सडक़ पर रखा, सुबह सात बजे निकाला जा सका शव
जोधपुर। शहर के बनाड़ इलाके रमजान का हत्था में रहने वाला एक युवक रात दो ढाई बजे घर से निकला। यहां गुलाब सागर पहुंच कर पिता और दोस्तों को मैसेज डाला और फिर गुलाब सागर में कूद अपनी जान दे दी। वह काफी समय से बीमारी से परेशान चल रहा था। सिविल डिफेंस की टीम को बुलाकर चार घंटे की मशक्कत के बाद युवक के शव को बाहर निकलवा कर महात्मा गांधी अस्पताल भिजवाया गया। दोपहर में कार्रवाई कर परिजन को शव सौंप दिया गया।
सदर कोतवाली थानाधिकारी हरीशचंद सोलंकी ने बताया कि बनाड़ के रमजान का हत्था एकता नगर में रहने वाला 24 साल का दीपक पुत्र अनिल गहलोत ने गुलाब सागर में कूद कर अपनी जान दी। वह काफी समय से बीमारी से परेशान चल रहा था। छह भाई बहनों में वह पांचवें नंबर था। रात पौने तीन बजे उसने अपने पिता और दोस्तों को वाटसअप पर मैसेज डाला था। वह उससे पहले ही अपने घर से निकल कर गुलाब सागर पहुंच गया था। गाड़ी और मोबाइल का जिक्र मैसेज में किया। बाद में गुलाब सागर में कूद गया। परिजन देर रात तीन बजे ही घंटाघर चौकी पर आ गए थे। बाद में गोताखोरों को बुलाकर उसकी तलाश की गई। तब सुबह सात बजे के आस पास दीपक के शव को बाहर निकाला जा सका। थानाधिकारी सोलंकी ने बताया कि सिविल डिफेंस के गोताखोरों की मदद से शव को बाहर निकाला जा सका। युवक गुलाब सागर में कूदा
बाइक और मोाबइल को सडक़ पर रखा, सुबह सात बजे निकाला जा सका शव
जोधपुर। शहर के बनाड़ इलाके रमजान का हत्था में रहने वाला एक युवक रात दो ढाई बजे घर से निकला। यहां गुलाब सागर पहुंच कर पिता और दोस्तों को मैसेज डाला और फिर गुलाब सागर में कूद अपनी जान दे दी। वह काफी समय से बीमारी से परेशान चल रहा था। सिविल डिफेंस की टीम को बुलाकर चार घंटे की मशक्कत के बाद युवक के शव को बाहर निकलवा कर महात्मा गांधी अस्पताल भिजवाया गया। दोपहर में कार्रवाई कर परिजन को शव सौंप दिया गया।
सदर कोतवाली थानाधिकारी हरीशचंद सोलंकी ने बताया कि बनाड़ के रमजान का हत्था एकता नगर में रहने वाला 24 साल का दीपक पुत्र अनिल गहलोत ने गुलाब सागर में कूद कर अपनी जान दी। वह काफी समय से बीमारी से परेशान चल रहा था। छह भाई बहनों में वह पांचवें नंबर था। रात पौने तीन बजे उसने अपने पिता और दोस्तों को वाटसअप पर मैसेज डाला था। वह उससे पहले ही अपने घर से निकल कर गुलाब सागर पहुंच गया था। गाड़ी और मोबाइल का जिक्र मैसेज में किया। बाद में गुलाब सागर में कूद गया। परिजन देर रात तीन बजे ही घंटाघर चौकी पर आ गए थे। बाद में गोताखोरों को बुलाकर उसकी तलाश की गई। तब सुबह सात बजे के आस पास दीपक के शव को बाहर निकाला जा सका। थानाधिकारी सोलंकी ने बताया कि सिविल डिफेंस के गोताखोरों की मदद से शव को बाहर निकाला जा सका।