छोटकागांव में वर्ष भीतर ही दरकी मिली दीवार, टीएसी से जांच का आदेश

in #jal2 years ago

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  • डीएम ने टेक्निकल ऑडिट कमेटी से जांच कराने का दिया निर्देश
  • बांसी में निर्माण कार्य मिला ठप, एलसी इंफ्रा को कारण बताओ नोटिस
  • डीएम ने किया जल जीवन मिशन की परियोजनाओं का निरीक्षण

देवरिया। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह एवं पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने भाटपररानी में जल जीवन मिशन की परियोजनाओं का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के ‌दौरान एक वर्ष के अंदर छोटका गांव में चहारदीवारी दरकी मिली। डीएम ने नाराजगी जताते हुए टेक्निकल आडिट कमेटी से जांच कराने तथा बिना कारण बताये निर्माण कार्य बंद करने पर एलसी इंफ्रा कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया।
डीएम भाटपाररानी तहसील के छोटकागांव पहुंचे, जहां जल निगम द्वारा 3.90 करोड़ रुपये की लागत से जल जीवन मिशन फेज़-1 के तहत पानी की टंकी का निर्माण किया गया है, लेकिन निर्माण के एक वर्ष की अवधि के भीतर ही चाहरदीवारी में कई जगहों पर दरारे मिली। फर्श के प्लास्टर भी अच्छी नहीं मिली। पानी की टंकी तक जाने के लिए बनी सीढी की शटरिंग तथा अन्य दीवारें मानक के अनुसार नहीं मिली। घटिया निर्माण मिलने पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त की और पूरी परियोजना की टेक्निकल ऑडिट कमेटी (टीएसी) से जांच कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन सरकार की प्राथमिकता वाली योजना है। निर्माण की गुणवत्ता घटिया प्रतीत हो रही हैं। जाँच के उपरांत दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। डीएम बांसी में जल जीवन मिशन के तहत एलसी इंफ्रा द्वारा 2.89 करोड़ रुपये की लागत से 250 किलो लीटर की क्षमता के निर्माणाधीन ओवरहेड टैंक का भी निरीक्षण किया। मौके पर काम ठप मिला। परियोजना की जानकारी देने वाला बोर्ड भी नहीं लगा मिला। परियोजना के माध्यम से माड़ा पाकड़, बांसी और हबीब चौक की 3,143 आबादी को जलापूर्ति की जानी है। जिलाधिकारी ने बिना कारण काम ठप मिलने एवं परियोजना का बोर्ड न लगने पर एलसी इंफ्रा को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। इस दौरान अधिशासी अभियंता जल निगम ग्रामीण अखिल आनंद समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।