ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी नेत्रदान के प्रति हूवे जागरुक।
अकलेरा क्षेत्र के ग्राम बरेडीकलां निवासी बाबूलाल मीणा ने जब शाइन इंडिया फाउंडेशन के मंगलेश जैन से नेत्रदान के बारे में सुना तो स्वतः ही इसके बारे में जानकारी ली।और नेत्रदान संकल्प पत्र भरा।मंगलेश जैन ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में नेत्रदान को लेकर कई भ्रंतिया है।जिस कारण भी लोग पहले मना करते है।लेकिन धीरे-धीरे अकलेरा में भी नेत्रदान की संख्या बढ़ी है।शाइन इंडिया के संस्थापक डॉ कुलवंत गौड़ ने बताया कि संस्था लगभग 700 जोड़ नेत्र प्राप्त कर चुकी है।और इसके ज्योतिमित्र हाड़ौती में सभी जगह जागरूकता को लेकर काम कर रहे है।