bhomaramjat (25)in #poem • 2 years agoमैं भी हूंमैं नहीं जानता कि क्षितिज के उस पार कहीं कोई और दुनिया भी है आकाश के ऊपर हैं और कितने आकाश कौन रहता है सृष्टि की…