अमीना माईनर की पटरी फटने से सैकड़ो बीघे फसले जलमग्न
सिचाई बिभाग की अनदेखी का दंश झेल रहे किसान
कौशांबी||किशुनपुर पंप कैनाल से निकली अमीना माईनर का पानी भले ही अभी तक बडहरी गांव के पास बने टेल तक न पहुंचा हो लेकिन चांदेराई गांव के पास माईनर की पटरी फटने से सैकड़ों बीघा उरद,मूंग, की फसले जलमग्न हो गई है जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
सदर तहसील क्षेत्र के किशुनपुर नहर से निकली अमीना माईनर की लंबाई करीब 20 किलोमीटर है जिससे क्षेत्र के करीब तीन दर्जन से अधिक गांवों की हजारों बीघा खेती की सिंचाई की जाती है।माईनर का पानी क्षेत्र के किसानों के लिए सिंचाई का एक मात्र साधन है। रजबहे की सफाई न होने से एक ओर टेल तक पानी नहीं पहुंच रहा है जिससे किसानों की फसलें पानी के अभाव में चौपट हो जा रही हैं।
वही दूसरी तरफ रजबहे की सफाई न होने से चांदेराई गांव के पास में नहर मे पानी छोडे़ जाने के बाद उसके ओवरफ्लो होने से चांदेराई के समीप रजबहे की पटरी फटने से आस पास के सैकड़़ों बीघा उरद,मूंग की फसलो में पानी भर गया। इससे फसल नष्ट हो रही है। हालाकि मंगलवार को सिंचाई विभाग के कर्मचारियों को ग्राम प्रधान अनूप सिह ने फोन लगाकर पटरी बंधवाने के लिऐ फोन से सूचना देने का प्रयास किया लेकिन किसी अधिकारी कर्मचारी का फोन नही उठ सका|पटरी बंधने से पहले किसानो कीफसले जलमग्न हो गई हैं। पानी गांव के समीप तक आ गया है। गांव सभा के प्रधान अनूप सिह सहित श्यामोहन सिह,इंद्रजीत सिह,राकेश सिह,अखलेश लोधी आदि किसानों ने बडी मशक्कत के बाद नहर पटरी बांध सके|किसानो ने नहर पटरी की मरम्मत कराने जाने हेतुअधिशाषी अभियंता सिचाई खंड कौशांबी से मांग की है|