बिजनौर - कारोबार डूब जाने पर आर्थिक तंगी झेल रहे युवक ने फाँसी लगाकर दी जान
कारोबार डूब जाने पर आर्थिक तंगी झेल रहे एक युवक ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मौके पर पहुँची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेजना चाहा मगर परिजनों द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई न किये जाने की माँग पर शव उनके हवाले कर दिया। परिजनों ने मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के मौहल्ला पुराना डाकखाना (जामा मस्जिद) निवासी स्व.सुभाष अग्रवाल के दो पुत्र अमित अग्रवाल व अश्विनी अग्रवाल थे। दोनों पुत्रो में से एक अमित नगर के ही मौहल्ला कायस्थान स्थित अपने ससुर के मकान में रहता है जबकि अश्विनी अपने पुस्तैनी मकान में रहता था। बताया जाता है कि अश्विनी कारोबार डूब गया था जिसके चलते वह लंबे समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। बताया गया कि अश्वनी कारोबार को फिर से शुरू करने के लिए मकान बेचना चाहता था और मकान पर "मकान बिकाऊ है" का इस्तहार भी लगा दिया था। लेकिन कोई खरीदार नहीं मिल पाया । इस सब से वह अवसाद में डूबता चला गया औऱ उसने मंगलवार की रात घर की छत में लगे जाल में रस्सी बांधकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह दरवाजा नहीं खुलने पर मौहल्लेवासियों ने उसे आवाज लगाई लेकिन कोई उत्तर नहीं मिला। झांककर देखने पर अश्वनी फाँसी के फंदे पर लटकता दिखाई दिया। मौहल्लेवासियों ने अश्वनी के परिजनों को सूचना देते हुए मकान का दरवाजा तोड दिया । लेकिन जब तब उसे नीचे उतारा उसकी मौत हो चुकी थी । जिसकी सूचना मोहल्ले वासियों ने पुलिस को दी ।