अखिलेश यादव को शिवपाल ने दिया नया नाम, छोटे नेता जी के नाम से किया संबोधित

in #wortheum2 years ago

मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के दौरान चचा-भतीजे के बीच की खाई तेजी के साथ पट रही है। इसमें दोनों ही नेता रिश्तों पर जमी बर्फ को पिघलाने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं। बुधवार को इटावा में एक जनसभा के दौरान शिवपाल सिंह यादव ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को छोटे नेता जी के नाम से संबोधित किया। उन्होंने लोगों से भी अपील की कि अखिलेश को अब से वे छोटे नेता जी के नाम से पुकारें।

दरअसल विधानसभा चुनाव में शिवपाल यादव अखिलेश यादव के साथ आए जरूर थे, लेकिन दूरियां नहीं मिट सकीं थी। सपा के नेताओं ने भी अखिलेश के रुख को देखते हुए शिवपाल को अपने यहां प्रचार के लिए बुलाने में परहेज किया था। साथ होते हुए भी दूरियां नजर आ रही थीं। चुनाव के बाद यह दूरियां और बढ़ गई थीं। लेकिन मुलायम सिंह के बीमारी के बीच यह खाई धीरे-धीरे पटने लगी।

मुलायम सिंह जब मेदांता में भर्ती थे उस समय अखिलेश भी पूरे समय वहीं थे। एक ही कमरे में अखिलेश के अलावा शिवपाल, रामगोपाल और धर्मेंद्र कई-कई घंटे तक साथ रहे। यहां न सिर्फ रिश्तों पर जमी बर्फ पिघली बल्कि मुलायम सिंह के निधन के बाद सैफई में लंबे समय तक अखिलेश रुके। वहां के लोगों की भी एक होने की अपील ने अखिलेश पर असर डाला।

हालांकि चुनाव की घोषणा के बाद एक बार फिर ऐसा लगा कि चचा-भतीजे के बीच सब कुछ सामान्य नहीं हो पाया है। डिंपल यादव के नाम की घोषणा हो या फिर नामांकन का समय, शिवपाल दूर रहे। बताया जा रहा है कि अखिलेश के सामने स्थानीय लोगों ने इसे लेकर विरोध भी दर्ज कराया। इसके बाद अखिलेश ने शिवपाल के घर जाकर डिंपल को जिताने के लिए मैदान में आने के लिए कहा। बस यहीं से अखिलेश और शिवपाल के बीच की बची-खुची खाई भी पटने लगी।

शिवपाल खुलकर डिंपल के समर्थन में मैदान में आ गए। भाजपा के आक्रमण का जवाब दोनों मिलकर देने लगे। अब शिवपाल ने छोटे नेता जी का नाम देकर इटावा और मैनपुरी की बेल्ट में जान फूंकने की कोशिश की है। शिवपाल का छोटे नेता जी का खिताब कितना गुल खिलाता है और लोगों की जबान पर कितना चढ़ पाता है, यह समय बताएगा।IMG_20221201_121813.jpg