एससी-एसटी आरक्षण में कोटा पर विरोध शुरू, भारत बंद का किया एलान
आगरा 5 अगस्त : (डेस्क) एससी-भाजपा विधायक ने भी जताई असहमति, बोले-पीएम मोदी से मिलेंगे।एसटी आरक्षण में कोटा पर विरोध शुरू हो गया है। अनुसूचित वर्ग ने 21 अगस्त को भारत बंद का एलान किया है। इस मामले में अंदरखाने आक्रोश पनप रहा है।.
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आगरा में अनुसूचित जाति और जनजाति के आरक्षण को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने इसे आरक्षण समाप्त करने वाला निर्णय बताया है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया है कि यह निर्णय समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों का उल्लंघन करता है।
21 अगस्त को एससी-एसटी वर्ग ने भारत बंद का आह्वान किया है। इस संदर्भ में, रविवार को भाजपा विधायक ने भी बंद का समर्थन किया और समाज के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। यह घटनाक्रम आरक्षण के मुद्दे पर बढ़ते असंतोष को दर्शाता है, जिससे राजनीतिक माहौल में तनाव बढ़ गया है।
अनुसूचित जाति और जनजाति के आरक्षण में बदलाव से उनकी स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है। सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी वर्ग में उप-वर्गीकरण की अनुमति दी है, जिससे सबसे कमजोर वर्गों को अधिक लाभ मिल सकेगा। राज्य सरकारें अब एससी-एसटी वर्ग में अलग-अलग श्रेणियां बना सकती हैं ताकि मूल रूप से पिछड़े और जरूरतमंद वर्गों को अधिक आरक्षण मिल सके।
हालांकि, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने इस फैसले को आरक्षण को खत्म करने वाला बताया है। एससी-एसटी वर्ग ने 21 अगस्त को भारत बंद का आह्वान किया है, जिसका भाजपा विधायक ने भी समर्थन किया। यह दर्शाता है कि आरक्षण के मुद्दे पर अभी भी असंतोष है और इससे राजनीतिक तनाव बढ़ सकता है।
कुल मिलाकर, एससी-एसटी वर्ग में उप-वर्गीकरण से उनकी स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है, लेकिन इस मुद्दे पर अभी भी विवाद जारी है। राज्य सरकारों को इस पर विस्तृत विचार-विमर्श और पारदर्शिता के साथ काम करना होगा।