मूलभूत मुद्दों से ध्यान भटकाने का काम बंद करें सीएम गहलोत:आप
बंद कमरों में समझौतों से जनता का भला नहीं होने वाला:पालीवाल
जनता को बिजली,पानी,शिक्षा और भ्रष्टाचार से निजात चाहिए: पालीवाल
आगामी चुनाव में बीजेपी-कांग्रेस की विदाई तय:पालीवाल
जयपुर*कांग्रेस की गहलोत सरकार ने प्रदेश की जनता को दो नेताओं की लड़ाई की सीरीज दिखाकर पाँच साल निकाल दिए। इतने सालों तक लड़ते रहे और अब चुनाव नज़दीक आये तो एक हो गए।यह प्रदेश के साथ बड़ा धोखा है क्योंकि 2018 में जनता ने बीजेपी को हराकर कांग्रेस को सत्ता में इसलिए बैठाया था ताकि वो जनता की समस्याओं को सुनेगी लेकिन कांग्रेस तो बीजेपी से भी आगे निकल गई। यह बात आम आदमी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष नवीन पालीवाल ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही।पालीवाल ने कहा कि सीएम साहब राजस्थान के मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने का आपका खेल खत्म हो गया हो तो थोड़ा ध्यान जनता की समस्याओं पर दे दीजिए।पालीवाल ने कहा कि जनता को आपकी कुर्सी की लड़ाई से कोई मतलब नहीं है।जनता को बिजली,पानी, शिक्षा और भ्रष्टाचार से निजात चाहिए। स्कूलों-कॉलेजों में टीचर नहीं हैं।स्कूलों में टॉयलेट नहीं है।वहीं आंधी तूफान में सैकड़ों गांव अंधेरे में डूबे हैं।पालीवाल ने कहा कि प्रदेश में सबसे बड़ी समस्या भ्रष्टाचार की है।जनता बहुत दुखी हो गई है और महंगाई के दौर में रिश्वत देने के लिए पैसे नहीं है लोगों के पास।इसलिए लोग अपना काम करवाने सरकारी दफ्तरों में जाने से बच रहे हैं।ऐसे हालात में बंद कमरों में कितने ही समझौते कर लो लेकिन इस बार जनता इनका हिसाब कर देगी ।
नवीन पालीवाल ने कहा कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था आज भगवान भरोसे चल रही है,पूरे राजस्थान में लगभग 2100 ऐसे स्कूल हैं जिनमें एक भी अध्यापक नहीं है,10 हजार स्कूल ऐसे हैं जिनमें सिर्फ 1 अध्यापक के सहारे तमाम बच्चों के भविष्य कैसे संवारा जा रहा है?
जबकि प्रदेश में 90 हजार से ज्यादा शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं।
कॉलेजों की बात कि जाये तो 35 प्रतिशत कॉलेजों के भवन ही नहीं और 46 प्रतिशत पद ख़ाली पड़े हैं।वहीं 5 सौ कॉलेजों में तो प्राचार्य ही नहीं।ऐसे में कल्पना की जा सकती है प्रदेश में शिक्षा की क्या स्थिति है।
1 जून से उपभोक्ताओं को फ्री बिजली के ऐलान को लेकर भी आप के प्रदेश अध्यक्ष ने सीएम गहलोत को घेरा।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने ये ऐलान ऐसे ही नहीं किया है बल्कि आम आदमी पार्टी की बढ़ती सक्रियता और लोकप्रियता से घबराकर किया।फ्री बिजली के लिए रजिस्ट्रेशन कराने पर नवीन पालीवाल ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने फ्री बिजली के एलान के साथ ही रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया।जिससे एक बार फिर ये साबित हो गया है कि मुख्यमंत्री का मकसद लोगों को राहत देना नहीं बल्कि रजिस्ट्रेशन के नाम पर नंबर बढ़ाना और बाद में प्रचार करके ढिंढोरा पीटना है।
नवीन पालीवाल ने प्रदेश में पनप रहे भ्रष्टाचार को लेकर भी बीजेपी और कांग्रेस पर निशाना साधा।उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के सरकारी विभागों में जो भ्रष्टाचार जमा हुआ है,ये एक दिन का नहीं है बल्कि इस भ्रष्टाचार को बीजेपी-कांग्रेस ने मिलकर पनपाया है,जिसकी जड़ें आज इतनी गहरी हो चुकी हैं कि सरकारी दफ़्तरों में करोड़ों रुपये कैश और सोने की बिस्किट पकड़े जा रहे हैं।आज प्रदेश का हर सरकारी विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है जहां आम आदमी बिना रिश्वत के कार्यालयों में पैर रखने से भी कतराने लगा है और इस भ्रष्टाचार से जनता दुखी हो चुकी है।बीजेपी-कांग्रेस के आंगन में पले बढ़े इस भ्रष्टाचार की अगर जड़े खोदी जाएं तो दोनों ही दलों के तमाम नेता इसकी ज़द में आ जाएंगे।इसीलिए दोनों ही सरकारों ने बारी-बारी से भ्रष्टचार की जांच न करवाकर एक दूसरे को बचाने का काम किया है।आज प्रदेश की कानून व्यवस्था के हालात ये हैं कि सरेआम लूटपाट,हत्याएं आम बात हो गई है,साथ ही प्रदेश में बजरी माफिया,भूमाफ़िया पनप रहे हैं।
पालीवाल ने कहा कि सीएम का मकसद लोगों को राहत पहुंचाना कभी था ही नहीं, क्योंकि अशोक गहलोत तो राजनीति के जादूगर हैं और जादूगर का काम हाथ की सफ़ाई से लोगों कि नज़रों को धोखा देना होता है।ऐसे लोगों का आमजन की जिंदगी,उसकी परेशानियों से कोई मतलब नहीं होता।आप के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इसलिए मुख्यमंत्री जी अब आपके खेल को जनता समझ चुकी है।आने वाले विधानसभा चुनाव में जनता ये साबित भी कर देगी कि बंद कमरों में समझौतों से जनता का भला नहीं होने वाला,सरकार जमीन पर जाकर काम करे।
लेकिन अब बहुत हो चुका जनता का मन भर गया दोनों दलों की नीतियों और कारगुज़ारियों से।अब जनता का मूड आम आदमी पार्टी के साथ है और ये बात आगामी चुनाव में जनता साबित भी कर देगी।