मप्र के नगरीय निकाय चुनाव में भी कांग्रेसियों में गुटबाजी
22 जून तक चुनाव मैदान की सारी बिसात राजनैतिक गोटियों से सज-धज कर तैयार हो जाएगी। तब तक बगावती तेवर अपना चुके बागी प्रत्याशी या तो अपना नाम वापस ले लेंगे या फिर चुनाव मैदान में अपनी पार्टी के लिए गड्ढा खोदने डटे रहेंगे। लेकिन वार्ड स्तर के इन छोटे चुनाव को भी विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है।
गुटबाजी से ही कांग्रेश डूबी