गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई कौन हैं जिनपर सिद्धू मूसेवाला की हत्या का आरोप?
मशहूर पंजाबी गायक शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला की रविवार शाम सरेआम हत्या कर दी गई। मानसा जिले के उनके गांव जवाहरके में हमलावरों ने मूसेवाला पर AK-47 से ताबड़तोड़ फायरिंग की। एक दिन पहले ही, शनिवार को पंजाब सरकार ने सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा घटाई थी और चार में से दो सुरक्षाकर्मी वापस बुला लिए गए थे। सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने ली है। गोल्डी बराड़ इस समय कनाडा में है। पंजाब के डीजीपी वीके भावरा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मूसेवाला की हत्या के लिए बराड़ और जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई जिम्मेदार हैं। पेश है मूसेवाला की हत्या से जुड़े सभी अपडेट्स और दोनों 'जिम्मेदारों' की पूरी कुंडली।
मानसा पुलिस ने बताया कि सिद्धू मूसेवाला शाम को दो साथियों के साथ अपनी थार गाड़ी से दोस्त से मिलने के लिए निकले थे। मूसेवाला खुद गाड़ी चला रहे थे। एक दोस्त फ्रंट सीट पर और दूसरा पिछली सीट पर बैठा था। घर से कुछ दूर ही काले रंग की गाड़ी में सवार हमलावरों ने उन पर फायरिंग कर दी। करीब से 30 से 40 फायर किए गए। हमलावार फरार हो गए। मूसेवाला को 6 गोलियां लगीं। दोस्त भी घायल हुए। मौके पर पहुंचे गांववालों ने सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया। जहां डाक्टरों ने सिद्धू मूसेवाला को मृत घोषित कर दिया।
हत्या के तीन घंटे बाद गोल्डी बराड़ ने फेसबुक पोस्ट डालकर वारदात की जिम्मेदारी ली। उसने लिखा कि मेरे साथी की हत्या के मामले में मूसेवाला का नाम आया था, लेकिन अपनी पहुंच के चलते वह बच गया और सरकार ने उसे सजा नहीं दी, इसलिए हत्या को अंजाम दिया है।
सतिंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़... लॉरेंस बिश्नोई का खास गुर्गा माना जाता है। पिछले साल फरीदकोट जिले की एक अदालत ने युवा कांग्रेस नेता गुरलाल सिंह पहलवान की हत्या के सिलसिले में बराड़ के खिलाफ ओपन-एंडेड गैर जमानती वारंट जारी किया था। 34 साल के पहलवाल को दो अज्ञात बदमाशों ने गोलियों से भून दिया था।
गोल्डी बराड़ का नाम गुरुग्राम के एक डबल मर्डर केस (परमजीत और सुरजीत नाम के दो भाइयों की हत्या) में भी आया। दिल्ली पुलिस ने इसी साल मार्च में काला जठेड़ी, लॉरेंस बिश्नोई और नरेश सेठी गैंग के दो शार्पशूटर्स को अरेस्ट किया। परमजीत और सुरजीत जेल में बंद गैंगस्टर कौशल के करीबी थे और उनकी अजय जेलदार से रंजिश थी। जेलदार ने काला जठेड़ी-लॉरेंस बिश्नोई-नरेश सेठी और गोल्डी बराड़ की मदद से दोनों भाइयों को मरवाया ताकि अवैध शराब के धंधे में उसकी तूती बोलती रहे।
2 मई को पंजाब पुलिस की एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स ने बठिंडा से लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया। वे रंगदारी न देने पर मालवा क्षेत्र के किसी कारोबारी पर का प्लान बना रहे थे।
सतिंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़... लॉरेंस बिश्नोई का खास गुर्गा माना जाता है। पिछले साल फरीदकोट जिले की एक अदालत ने युवा कांग्रेस नेता गुरलाल सिंह पहलवान की हत्या के सिलसिले में बराड़ के खिलाफ ओपन-एंडेड गैर जमानती वारंट जारी किया था। 34 साल के पहलवाल को दो अज्ञात बदमाशों ने गोलियों से भून दिया था।
गोल्डी बराड़ का नाम गुरुग्राम के एक डबल मर्डर केस (परमजीत और सुरजीत नाम के दो भाइयों की हत्या) में भी आया। दिल्ली पुलिस ने इसी साल मार्च में काला जठेड़ी, लॉरेंस बिश्नोई और नरेश सेठी गैंग के दो शार्पशूटर्स को अरेस्ट किया। परमजीत और सुरजीत जेल में बंद गैंगस्टर कौशल के करीबी थे और उनकी अजय जेलदार से रंजिश थी। जेलदार ने काला जठेड़ी-लॉरेंस बिश्नोई-नरेश सेठी और गोल्डी बराड़ की मदद से दोनों भाइयों को मरवाया ताकि अवैध शराब के धंधे में उसकी तूती बोलती रहे।
2 मई को पंजाब पुलिस की एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स ने बठिंडा से लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया। वे रंगदारी न देने पर मालवा क्षेत्र के किसी कारोबारी पर का प्लान बना रहे थे।