19 साल से फरार 5000 ईनामी स्थाई वारंटी गिरफ्तार

in #crime2 years ago

810ED945-66F4-4E6D-9721-AE7AC588E23F.jpegनाम बदलकर एमपी में ऑटो रिपेयर की दुकान कर रखी थी

कोटा 19 मई। भीमगंज मंडी थाने में दर्ज चेक अनादरण के 7 मामलों में 19 साल से वांछित स्थाई वारंटी रविंद्र सिंह खंडूजा पुत्र नरेंद्र सिंह (53) को थाना पुलिस ने साइबर सेल के सहयोग से मध्य प्रदेश में इंदौर जिले के एचआईजी कॉलोनी से गिरफ्तार किया है। जहां आरोपी नाम बदलकर किराए के मकान में रह रहा था। आरोपी की गिरफ्तारी पर 5000 रुपए का इनाम घोषित किया गया था।
शहर एसपी केसर सिंह शेखावत ने बताया कि रविंद्र सिंह खंडूजा साल 2003 तक स्टेशन रोड राम मंदिर के सामने ऑटो रिपेयर की दुकान करता था। दुकान में पुरानी मोटरसाइकिले खरीदने-बेचने के साथ रिपेयरिंग का काम किया जाता था। साल 2003 में मोटरसाइकिल खरीदने के लिए चेक देकर जानकारों व आसपास के लोगों से काफी पैसे उधार ले लिए ओर पैसे लेकर आरोपी कोटा से फरार हो गया। दिए गये चेक बाउंस हो जाने पर आरोपी के विरुद्ध सात अलग-अलग मुकदमे एन आई एक्ट में दर्ज किए गए।
एसपी शेखावत ने बताया कि फरार होने के बाद आरोपी ने कोटा से अपना संपर्क पूरी तरह विच्छेद कर दिया और किसी से भी संपर्क नहीं बनाया। थाना पुलिस लगातार आरोपी की तलाश कर रही थी। 19 साल बाद आरोपी के इंदौर में छुपे होने की जानकारी मिली। जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण जैन एवं सीओ कालूराम वर्मा के निर्देशन तथा थाना अधिकारी लक्ष्मी चंद वर्मा के नेतृत्व में थाना भीमगंज मंडी से स्पेशल टीम गठित की गई।
गठित टीम ने आसूचना व तकनीकी अनुसंधान के आधार पर लगातार इंदौर में रहकर पीछा करते हुए स्थाई वारंटी रविंद्र सिंह खंडूजा को गिरफ्तार कर लिया। जहां आरोपी करण नाम से किराए के मकान में रहकर करण ऑटो रिपेयर की दुकान चला रहा था। पुलिस से बचने के लिए आरोपी हर 6 महीने में अपना मकान बदल लेता था।
आरोपी को गिरफ्तार करने वाली टीम में थानाधिकारी लक्ष्मी चंद वर्मा, एएसआई चौथमल, हेड कांस्टेबल रणजीत, भरत एवं देवीलाल शामिल थे। इनमें कॉन्स्टेबल भरत की अहम भूमिका रही है।