दो दर्जन गांवों में बाढ़ का संकट गहराया, लगाई गई दो दर्जन नाव

in #rapti2 years ago

Screenshot_2022-09-21-07-30-48-61_6012fa4d4ddec268fc5c7112cbb265e7.jpgIMG-20220921-WA0019.jpgगोरखपुर। बड़हलगंज के कछार क्षेत्र में राप्ती व सरयू नदी का तांडव जारी है। दो दर्जन से अधिक गांवों की लगभग 25 हजार से अधिक की आबादी बाढ़ से प्रभावित हो गई है। आबादी वाले क्षेत्रों में पानी बढ़ने से लोग अपना घर छोड़कर ऊंचे स्थानों पर शरण लेने को विवश हैं। रोजमर्रा की जरूरतों व पशुओं के लिए चारा का संकट खड़ा हो गया। प्रशासन ने आनन-फानन दो दर्जन नावों को आवागमन के लिए लगवा दिया है। फिर भी समस्या बनी हुई है। उधर नदियों के जलस्तर में वृद्धि का सिलसिला जारी है। इससे लोग काफी भयभीत हैं।
राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ने से लखनौरी, लखनौरा, खोहियापट्टी, बिहुआ उर्फ अगलगौवा, हिगुंहार, सुबेदारनगर माझा, मरकड़ी, भटपुरवा, कोईलीखाल और सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से जैतपुर, कोटियानिरंजन, खैराटी, गोनहा, मुसाडोही, ज्ञानकोल, कोलखास, बल्थर, अजयपुरा, गोरखपुरा, बरडीहा, भयपुरा आदि गांव बाढ़ के पानी से घिर गये है। इन गांवों के अधिकांश संपर्क मार्ग बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। मरीजों व बुजुर्गो के लिए बाढ़ आफत बन गई है।

गर्भवती महिला की बिगड़ी तबियत

खैराटी गांव में गर्भवती महिला की अचानक तबीयत बिगड़ने पर ग्रामीण नाव के लेकर हास्पिटल पहुंचे। खैराटी गांव जितेंद्र यादव, संवरू, लालू, अजयपुरा सूर्यदेव, केशव, रामअधार व बरहीहा के वृद्धिचंद, राकेश, रमेश आदि के दरवाजे से होकर घरों में पानी घुसने लगा है। लखनौरी गांव के कुमार निषाद, संजय, पप्पू, रामबदन, लखनौरा के पियारे, सोनमती, रामदुलारे, नेतवारपट्टी के कृष्णमोहन, उमेश आदि का कहना है कि बीते चार दिनों से हम लोग बाढ़ से घिरे हुए हैं। इन लोगों ने प्रशासन से आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने की मांग की है।
गोला के एसडीएम रोहित कुमार मौर्य ने बताया कि 27 गांवों के इक्कीस हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। जिसमें बाइस गांवों में नाव लगवा दी गई है। अन्य जरूरतों की व्यवस्था की जा रही है।