सात लोगों को शिकार बना चुके आदमखोर बाघ को मारने का आदेश
पडरौना। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) का बाघ पांच माह में सात लोगों को अपना शिकार बना चुका है। आदमखोर बाघ को मानव जीवन के लिए खतरा घोषित करते हुए चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन ने उसको मारने का आदेश दिया है। पिछले 26 दिनों से 400 वनकर्मियों के साथ विभाग की एक्सपर्ट टीम तलाश कर रही है, लेकिन वह लगातार लोकेशन बदल रहा है। हालांकि, गोबर्धना रेंज में ही उसकी मौजूदगी का दावा किया जा रहा। इसी रेंज में उसके विचरण करने का वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहा है।
बीते 12 सितंबर को पड़ोसी प्रांत बिहार के हरनाटांड के बैरिया कला गांव की प्रेमा देवी को बाघ ने अपना शिकार बनाया था। तभी से वन विभाग की टीम उसकी ट्रैकिंग में जुटी हुई है। दो दिन बाद बरवा कला गांव में एक किसान को बाघ ने मारा तो ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। फिर अधिकारियों ने बाघ को पकड़ने की कवायद शुरू कर दी। यह क्षेत्र वन प्रमंडल दो के अधीन है। रेंज के 400 वनकर्मियों की टीम की सक्रियता के बावजूद बाघ वन प्रमंडल एक के गोबर्धना क्षेत्र में पहुंच गया और चार दिन में दो लोगों को मार डाला। हालांकि, उसे पकड़ने के लिए विभाग चार हाथियों, साठ फारेस्ट गार्ड, पांच वैन, चार बड़े जाल, दो ट्रैकुलाइजर गन, दो ट्रैक्टर, 40 सीसीटीवी कैमरा, एक ड्रोन समेत तीन थानों की पुलिस व विशेषज्ञ टीम की मदद ले रहा है। बाघ के नरभक्षी होने से वीटीआर के समीपवर्ती 50 गांवों के लोग दहशत में हैं। चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन ने इसे मानव जीवन के लिए खतरा घोषित करते हुए मारने का आदेश दे दिया है। विशेषज्ञों की टीम नरभक्षी बाघ को मारने की तैयारी में जुटी हुई है। वीटीआर के निदेशक डा. नेशामणि ने बताया कि बाघ को मारने की अनुमति मिल गई है। ड्रोन कैमरों के माध्यम से बाघ की लोकेशन ली जा रही है।