जयप्रकाश नारायण के आंदोलन से ही मुलायम सिंह यादव का राजनीति में जन्म हुआ था..

in #politics2 years ago

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बलिया। समाजवादी पार्टी के संरक्षक और संस्थापक मुलायम सिंह यादव का निधन सोमवार को हो गया। 82 साल की उम्र में मुलायम सिंह यादव ने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में आखिरी सांसें ली। नेताजी के नाम से मशहूर मुलायम सिंह यादव के निधन पर उनके किस्से-कहानियां याद किए जा रहे हैं। बलिया से नेताजी का खास रिश्ता था। वह जयप्रकाश नारायण के खास थे। उनके विचारों से प्रभावित थे। 2003 की बात है मुलायम सिंह यादव बलिया के दौरे पर थे। मुलायम लोकनायक जयप्रकाश नारायण के गांव पहुंचे थे। जयप्रकाशनगर में ‘नेताजी’ जेपी निवास पर पहुंचे। जेपी के पूरे घर में घूमे। भावुक भी हुए। क्योंकि जेपी के आंदोलन से ही तो जन्मा था सियासत का ये पहलवान। लालू-नीतीश और मुलायम आपातकाल के दौर में जेपी आंदोलन से ही जन्मे नेता थे।
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विजिटर डायरी में क्या लिखा ?
जेपी निवास पर एक विजिटर डायरी रखी रहती है। 2003 में भी रखी थी। मुलायम को इस डायरी में कुछ लिखना था। दरअसल रवायत होती है कि जेपी निवास पर आने वाला हर व्यक्ति एक संदेश विजिटर डायरी में लिखे। तो मुलायम सिंह ने विजिटर डायरी पर लिखना शुरू किया। जेपी के शिष्य ने विजिटर डायरी में लिखा- “संपूर्ण क्रांति के अधूरे सपने को करना है पूरा.” “संपूर्ण क्रांति के अधूरे सपने को करना है पूरा.” ये साधारण वाक्य नहीं था. ये पूरी की पूरी कहानी थी या एक मुकम्मल कविता थी। एक स्मृति जिसकी डोर जेपी आंदोलन से जुड़ी थी।