सिक्किम और पश्चिम बंगाल के रास्ते बिहार पर हुआ दक्षिण अफ्रीकी अटैक
पढ़कर भले ही अजीब लगे लेकिन ये सच है। बिहार पर सिक्किम और पश्चिम बंगाल के रास्ते दक्षिण अफ्रीकी अटैक हुआ है। इससे सैकड़ों लोग प्रभावित हुए हैं तो हजारों दहशत में हैं।
दरअसल हजारों किलोमीटर दूर पूर्वी अफ्रीका से एक जहरीली मक्खी जिसे एसिड फ्लाई कहा जा रहा है, सिक्किम के रास्ते उत्तर बंगाल में प्रवेश की है और अब इसका असर बिहार कें किशनगंज के साथ ही जिले के सीमावर्ती इलाकों में दिखने लगा है. इसके फैलने की रफ्तार बहुत तेज है. इसके संपर्क में आने वाले व्यक्ति की त्वचा में खुजली वाले चकते होना,आंखों के मसलने के दौरान इसका एसिड अगर आंखों के सम्पर्क में आ जाता है तो कुछ देर तक अंधेपन का आ जाना इस एसिड फ्लाई का प्रमुख के लक्षण है.जिस पर भी ये मक्खी अटैक करता है पल भर में ही इसका असर दिखना शुरू हो जाता है.
चींटी की तरह दिखने वाला यह कीड़ा काफी खतरनाक हैं.बताया जाता है कि ये मक्खियां काटती नहीं हैं.लेकिन,अगर मक्खी शरीर पर बैठे या चिपके तो उसे छूना नही चाहिए.छूने पर,या इसे मसलने से यह एसिड जैसे जहरीला पदार्थ छोड़ता है,जिसे पेडरिन नाम से जाना जाता है.जो बहुत हानिकारक होता है. इस पेडरिन के त्वचा के सम्पर्क में आने से यह रासायनिक जलन पैदा करता है.
विशेषज्ञों का कहना है कि आंखों को मसलते वक्त अगर यह खतरनाक पेडरिन आंखों तक पहुंच जाता है तो कुछ देर के लिए संक्रमित व्यक्ति अंधेपन में भी चला जाता है.चिकित्सकों की सलाह है कि शरीर पर इसके बैठने या चिपकने का अगर किसी को पता चलता है तो इसे धीरे से फूंक मारकर उड़ा देना चाहिए,या फिर ब्रश करके इस एसिड फ्लाई को हटा देना चाहिए.उसके बाद त्वचा को साबुन से अच्छे से साफ कर लेना चाहिए.
बताते चलें कि पूरे उत्तर बंगाल,सिक्किम में नैरोबी मक्खी का प्रकोप बहुत तेजी से बढ़ रहा है.सिल्लीगुड़ी में सैकड़ों लोग नैरोबी मक्खी(एसिड फ्लाई) से संक्रमित हैं।
अच्छा जी