महापौर बताएं शिक्षण से दूर क्यों हैं निगम के 300 शिक्षक : प्रवीण

in #delhilast year

Screenshot_2023-07-30-18-44-48-52_6012fa4d4ddec268fc5c7112cbb265e7.jpg

नई दिल्ली 30 जुलाई: दिल्ली नगर निगम की सत्ता से हाथ धोने के बाद से दिल्ली प्रदेश भाजपा लगातार निगम के कार्यों को लेकर सत्ताधारी आम आदमी पार्टी पर सवालिया निशान खड़े कर रही है। ताजा मामला निगम के 300 शिकाशों को शिक्षण कार्य से अलग करने का है। इसे लेकर दिल्ली प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने दिल्ली नगर निगम के शिक्षा विभाग के कामकाज का राजनीतिकरण प्रारम्भ करने के लिए दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय की निंदा की है।

दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता ने कहा है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के सत्ता में आते ही दिल्ली सरकार का शिक्षा विभाग उनका पहला निशाना बन गया था। आज हम पाते हैं कि स्कूल प्रबंधन समितियों की शुरूआत से लेकर बिजनेस ब्लास्टर्स आइडिया की शुरुआत और स्कूलों के पुनर्निर्माण तक तत्कालीन शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की हर पहल में वित्तीय घोटाला शामिल था।

इसी तरह अब दिल्ली की वर्तमान शिक्षा मंत्री आतिशी के निर्देश पर नगर निगम स्कूलों की 250 शिक्षकों को मेंटर टीचर बनाया गया है और अन्य 50 को शिक्षा विभाग में लिपिकीय कार्य करने के लिए भेज दिया गया है। इन 300 शिक्षकों के स्थानांतरण के परिणामस्वरूप कई स्कूलों में कक्षा शिक्षण बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता ने कहा है कि हाल ही में एम.सी.डी. शिक्षा विभाग का एक ट्रेनिंग बैच हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला शहर भेजा गया और आश्चर्यजनक रूप से आप के कुछ स्वयंसेवक जो आतिशी के करीबी हैं भी बैच के साथ गये।

कपूर ने कहा कि जैसा कि 'आप' नेताओं ने दिल्ली सरकार में किया था, वैसे ही अब 'आप' नेता एम.सी.डी. में सत्ता आते ही सभी कर्मचारियों की आवाज को दबाना चाहते हैं। जब से वे सत्ता में आए हैं, उन्होंने कर्मचारियों को उनकी शिकायतों के संबंध में मीडिया या सोशल मीडिया पर बात करने से रोकने के लिए 2 परिपत्र निकाले हैं। दिल्ली भाजपा प्रवक्ता ने कहा है कि भाजपा एम.सी.डी. के शिक्षा विभाग में आतिशी के कम्युनिस्ट एजेंडे को आगे लागू नहीं करने देगी।