लैंगिक संवेदनशीलता को लेकर जयपुरिया स्कूल में दिया गया विशेष प्रशिक्षण
हरदोई। सेठ एम.आर जयपुरिया स्कूल में शनिवार को लैंगिक संवेदनशीलता को लेकर एक विशेष प्रशिक्षण दिया गया। लैंगिक संवेदनशीलता के आधार पर परंपरागत रूप से समाज में महिलाओं को कमजोर वर्ग के रूप में देखा जाता रहा है तथा उनके साथ भेदभाव हर जगह प्रचलित है। प्राचीनकाल में महिलाओं की स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर थी। उस दौर में मातृशक्ति की पूजा की जाती थी। ऋगवैदिक काल में भी महिलाओं को विशेषाधिकार प्राप्त थे। तुलनात्मक दृष्टि से यह पता चलता है कि इस काल में उन्हें उनके अधिकारों से वंचित रखने की प्रवृत्ति प्रारंभ हो चुकी है। इसी संवेदनशीलता को समान करने के लिए महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और राजनीतिक स्थिति में सुधार करने हेतु बहुआयामी प्रयास शुरू किये गये हैं। बरेली और कानपुर के विशेष प्रशिक्षकों द्वारा हरदोई शहर के समस्त विद्यालयों में अध्यापन का कार्य कर रहे शिक्षक शिक्षिकाओं को प्रशिक्षित किया गया। सी. बी. एस. ई द्वारा इस शताब्दी वर्ष पर जेंडर संवेदनशील कार्यक्रमों को विस्तार देने की योजना बनाई गई है। इसके तहत महिलाओं को उनके विशेषाधिकारों के प्रति जागरूक किये जाने का विशेष प्रावधान है। अपेक्षा अनुरूप इस मिशन द्वारा समाज में पनप रही विरोधी प्रवृत्तियों पर अंकुश लगाने में विशेष भूमिका होगी। विद्यालय में आयोजित इस विशेष प्रशिक्षण में समस्त अध्यापक अध्यापिकाओं के साथ-साथ उप-प्रधानाचार्य लीना सिंह तथा प्रधानाचार्य विनोद तिवारी उपस्थित रहे।