मेट्रो स्टेशन व रोपवे को इस तरह जोड़ा जाएगा कि गाजियाबाद के अलावा नोएडा मे।

यूरोपियन देशों की तर्ज पर शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या से लोगों को निजात दिलाने के लिए जीडीए चार रूट पर रोपवे चलाएगा। चारों रूट पर रोपवे को मेट्रो स्टेशन से जोड़ा जाएगा।

एक रूट पर रोपवे गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से भी जुड़ेगा। गाजियाबाद रेलवे स्टेशन, मेट्रो स्टेशन व रोपवे को इस तरह जोड़ा जाएगा कि गाजियाबाद के अलावा नोएडा के निवासी भी मेट्रो या रोपवे में सवार होकर आसानी से गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पहुंच सकेंगे।

जीडीए के मुख्य अभियंता राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि बेहतर कनेक्टिविटी के साथ लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट की अच्छी सुविधा मिलेगी तो सड़कों पर वाहनों का दबाव कम होगा। ऐसा होने से निश्चित रूप से शहर को जाम से निजात मिलेगी। सभी रूट पर भौतिक परीक्षण कराते हुए एनएचएलएमएल से डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। रोपवे प्रोजेक्ट पर आने वाला खर्च नेशनल हाईवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) वहन करेगी। जीडीए प्रोजेक्ट के लिए जमीन मुहैया कराएगा। प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद संचालन भी एनएचएलएमएल द्वारा ही किया जाएगा। मालूम हो कि वर्तमान में वैशाली मेट्रो स्टेशन से मोहन नगर तक 5.2 किलोमीटर लंबे रोपवे प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार कराई जा चुकी है जिसकी प्रस्तावित लागत 450 करोड़ रुपये आंकी गई है।

मेट्रो के मुकाबले रोपवे पर 70 फीसद कम खर्च, सुविधा पूरी -

जीडीए के अधीक्षण अभियंता एसके सिन्हा ने बताया कि मेट्रो प्रोजेक्ट के मुकाबले रोपवे प्रोजेक्ट पर 70 फीसद कम खर्चा होगा और सुविधा पूरी मिलेगी। पिछले दिनों वैशाली से मोहन नगर तक मेट्रो प्रोजेक्ट की लागत 1500 करोड़ रुपये से ज्यादा आंकी गई थी जबकि रोपवे की लागत 450 करोड़ रुपये आंकी गई है। यूरोपियन देशों में चल रहे रोपवे के सफल प्रोजेक्ट का अध्ययन करने के बाद ही गाजियाबाद में रोपवे चलाने का निर्णय लिया गया है। रोपवे की एक ट्राली में 10 यात्री बैठ सकेंगे। लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके मद्देनजर प्रत्येक डेढ़ से दो मिनट में रोपवे की ट्राली उपलब्ध होगी। किराया मेट्रो के बराबर ही रखा जाएगा।Screenshot_20220519-162307_Dailyhunt.jpg