55912 लड़के लड़कियों को ही नियुक्ति मिली

in #education2 years ago

फॉर्म-2018 (2) पेपर-2019 (3) शारीरिक जांच- 2019 (4) मेडिकल-2020 और अंतिम परिणाम 21 जनवरी 2021 को लगा । उसमें से 55912 लड़के लड़कियों को ही नियुक्ति मिली, और उनमें से बचे हुए 4000 पद आज तक नहीं भरे गए। उसी 4000 पद के लिए हम पिछले 16 महीने से आंदोलन कर रहे हैं। 1 साल दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना आंदोलन करने के बाद भी सरकार हमारे बारे में कुछ नहीं सोच रही है। दिल्ली की सड़कों पर बारिश हो या कड़कड़ाती धूप हो या हो सर्द रात फिर भी हमें अपनी वर्दी के आज के लिए सबके पास जाकर अपनी आवाज लगाई। आज तक हमारी बातें तीन बार संसद सत्र में भी उठाई गई। फिर भी हमारी नियुक्ति के मुद्दे पर आज तक सरकार में कोई सुनवाई नहीं की। दिल्ली में 1 साल तक हमने रहकर आंदोलन में दिल्ली पुलिस का भार स्वाए यहां तक की जो हमारे साथ बहने थी उनके भी कपड़ फाड़े गए और रोड़ पर घसीटा गया फिर भी हम लोग वदों की चाहत लेकर दिल्ली में 1 साल तक आंदोलन किए। उसके बाद हम लोग •नागपुर के संविधान चौक से हमने आमरण अनशन की शुरुआत की भारत के विभिन्न राज्यों से आए 17 अभ्यर्थियों से आमरण उपोषण की शुरुआत की। ऊपोषण के दौरान हमारे 65 साथी हॉस्पिटल लाइज हुए और कुछ साथियों की ऐसी हालत थी उनका शरीर पानी भी नहीं ले रहा था। कुछ साथी ऐसे भी थे जो आईसीयू में एडमिट थे 25 से 30 सलाइन लेने के बाद भी देश सेवा करने का जुनून लेकर हम लोग आज भी नागपुर के संविधान चौक में बैठे हैं। आज हमारी हालत इतनी खराब है की सब कुछ पास होते हुए भी आज हमें देश सेवा करने की स्वातिर आंदोलन और उपोषण करना पड़ रहा है। आखिर सरकार को हमें नियुक्ति देने में हर्ज क्या है। हम सब आप जनता से पूछना चाहते हैं की आप ऐसी सरकार के साथ खड़े हो जो देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रही है। हम भारत देश के युवा देश की रक्षा के लिए एक सिपाही बनना चाहते हैं। हम सभी युवा 1 जून 2022 को नागपुर संविधान चौक से लेकर दिल्ली के जंतर मंतर तक पैदल मार्च करेंगे और इस पैदल मार्च के दौरान हमारे शरीर को कुछ भी अनहोनी होती है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी जिस जिस राज्य से गुजरेंगे उस राज्य सरकार और केंद्र सरकार रहेगी।Screenshot_20220628-132946_WhatsApp.jpgScreenshot_20220628-132924_WhatsApp.jpgScreenshot_20220628-132915_WhatsApp.jpg