नक्सली हमले में शहीद हुए जवान का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा,अधिकारियों ने दी भावभीन श्रद्धांजलि

in #naxal2 years ago

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हाथरस :-सिकन्दराराऊ के शहीद हुए लाल का पार्थिव शरीर पैतृक गाँव लालगड़ी में पहुचने से पहले अधिकारियों व नेताओं क्षेत्रीय लोग पहुचे मौके पर

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सिकन्दराराऊ क्षेत्र के लाल का ओडिशा के नुआपाड़ा जिले के पाटधरा रिजर्व फारेस्ट में कल मंगलवार को नक्सली हमले में सीआरपीएफ के एएसआई शिशुपाल यादव का बलिदान से हर कोई द्रवित है। उनके पैतृक गांव लालगढ़ी में शोक की लहर है।

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पूरे गांव में गमगीन माहौल है, वहीं उनकी 70 वर्षीय बूढ़ी मां को इसकी खबर आज सुनी तो माँ का रो रोकर हुआ बुरा हाल। पत्नी पता चला तो तवियत बिगड़ते देख डॉक्टर को दिखाया। और बेटा आगरा में रहते हैं। वह भी सूचना मिलते ही पहुचे दिल्ली के हैं।

उनके भाई सत्यदेव यादव के मुताबिक शिशुपाल सिंह वर्ष 1994 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। वर्तमान में वह एएसआइ के पद पर थे। ओडीशा में उनकी तैनाती थी। मंगलवार को हुए हमले के बाद इसकी सूचना गांव वालों को शाम को मिली। लेकिन किसी ने माँ को नही बताया ।देखते ही देखते यह बात पूरे गांव में फैल गई। पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया।

भाई सत्यदेव सिंह भी सीआरपीएफ में जवान है। सत्यदेव ने बताया कि हमारे पिता का पहले ही देहांत हो चुका है । भाई शिशुपाल ने आगरा में भी एक मकान बनाया है, जहां उनकी पत्नी प्रवेश देवी और 22 वर्षीय बेटा गुलशन रहता है। गांव वाले घर में 70 वर्षीय वृद्ध मां रामबेटी ही रहती हैं। भाई ने बताया कि शिशुपाल सिंह के बलिदान की खबर शाम को मीडिया के माध्यम से मिली तो एक बार को यकीन ही नहीं हुआ। इस खबर के बाद परिवार व गांव में शोक की लहर में डूब गया । परिवार व गांव के लोगों ने तय किया कि शिशुपाल सिंह की मां को इस बारे में सूचना नहीं देनी है। भाई सत्यदेव सिंह ने जानकारी दी कि आज बुधवार की शाम तक उनका पार्थिव शरीर सिकन्दराराऊ क्षेत्र के गाँव लाल गड़ी लाया जा सकता है।

आर0ए0एफ के जवान ,सीओ सिकन्दराराऊ व एसडीएम सिकन्दराराऊ ,पूर्व विधायक यशपाल सिंह चौहान आदि लोग मौके पर जमे हुए है बताया जा रहा है कि लगभग 3 बजे तक पार्थिव शरीर आने की संभावना है

मौजूदा ब्लाक प्रमुख सिकंदराराऊ सुदामा देवी ने भी उनके बलिदान पर शोक जताया है। शिशुलपाल के शहीद होने की खबर सुनकर मन दुखी है। क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।

शेखर यादव ने बताया कि हमारे ताऊ शिशुपाल सिंह की पढ़ाई सिकंदराराऊ में हुई थी। वह साइकिल से रोजाना सिकंदराराऊ पढऩे जाते थे। पढ़ाई के समय ही वह होनहार थे। सेना में जाकर उन्होंने क्षेत्र का नाम रोशन किया।

अजय यादव ने बताया कि हमारे चाचा जी शिशुपाल सिंह जब भी गांव आते थे तो गांव के युवाओं को प्रेरणा देते थे। उन्हें अच्छी शिक्षा के लिए प्रेरित करते थे। अपने से बड़ो का पैर छूकर आशीर्वाद लेते थे। उनका बलिदान हमेशा याद खा जाएगा।
सीआरपीएफ जवान शिशुपाल सिंह ने देश के लिए बलिदान दिया है। उनकी देशभक्ति को नमन करता हूं। क्षेत्र के जाबांज जवान का यूं छोड़कर चले जाने बेहद कष्टकारी है।

ग्राम प्रधान पति विशाल चौहान ने शोक व्यक्त किया बताया कि जब मुझे पता चला तो मुझे और मेरे परिवार व ग्रामीणों में शोक की लहर दौड़ गई