93 हजार लोगों के घरों व दुकानों में लगाए जाएंगे एमआरआई मीटर

in #ghaziabad8 months ago

बिजली बिलों में गड़बड़ी से राहत देने और चोरी रोकने के लिए ऊर्जा निगम जिले के 93 हजार उपभोक्ताओं के कनेक्शनों पर एमआरआई आधारित मीटर लगाएगा। इन मीटरों की रीडिंग एक खास तरह की मशीन से ली जाएगी। इन मीटर से रीडिंग लेने के बाद उपभोक्ताओं को हाथों हाथ बिल नहीं मिलेगा, रीडर इन मीटराें का डाटा कंप्यूटर पर अपलोड करेंगे और साॅफ्टवेयर के जरिए बिजली बिल जनरेट होगा। इससे बिजली बिलों में हेराफेरी नहीं की जा सकेगी। फरवरी तक 92,890 उपभोक्ताओं के यहां मीटर लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा।
एमआरआई आधारित इन मीटरों को लगाने की शुरुआत जोन-प्रथम के राजनगर उपकेंद्र क्षेत्र से कर दी गई है। इस क्षेत्र में 5500 से ज्यादा उपभोक्ताओं के मीटर लगाए जा चुके हैं। फिलहाल ऊर्जा निगम ने पांच से 10 किलोवाट से ज्यादा बिजली उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं के यहां मीटर लगाने की शुरुआत की है। तीनों जोन में ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या 92,890 है। अब तक मीटर रीडर मैनुअल तरीके से बिजली के मीटरों की रीडिंग लेते थे, जिससे मीटर में हुई छेड़छाड़ का पता नहीं चलता था। एमआरआई आधारित मीटरों की रीडिंग स्कैन की जा सकेगी। ऊर्जा निगम के अधिकारियों मुताबिक इस सिस्टम में ज्यादातर उपभोक्ताओं का डेटा फीड कर दिया है, जिसके चलते एमआरआई से मीटर रीडिंग लेने की शुरुआत कर दी गई है।
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चीन के मीटरों में नहीं होती एमआरआई स्कैन
ऊर्जा निगम के तीनों जोन में 10.50 लाख से ज्यादा उपभोक्ता है। इनमें ज्यादातर लोगों के यहां चीन के बने हुए मीटर लगे हुए हैं। इन मीटरों को एमआरआई मशीन से स्कैन नहीं किया जा सकता है। इसकी वजह से इन मीटरों में गड़बड़ी की गुंजाइश ज्यादा रहती है।

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