एक दिन चले पत्थर, अब कारोबार चौपट, दोनों धर्मो का

in #kanpur2 years ago

कानपुर में 3 जून के बवाल में झुलसे लोग अभी भी दर्द महसूस कर रहे हैं. लोगों का बिजनेस-धंधा बवाल के बाद चौपट पड़ा है. हिंदुओं और मुसलमानों की दुकानें खुलती हैं लेकिन खरीददार नदारद हैं.kanpur-violence-sixteen_nine.webp
एक लम्हे की सजा पा रहा है कानपुर का यतीमखाना इलाका. एक दोपहर यहां हाथों में पत्थर थे और अब पत्थरों की चोट केवल हाथ पर नहीं, कामकाज पर, कारोबार-धंधे सुरक्षा और सुकून पर है. 3 जून को बेकनगंज ने जिस बवाल को सुलगते देखा उसके बाद यहां के हिंदू और मुसलमान कारोबारी अचानक ही अब एक बुरा नाम, बुरी पहचान वाले बन गए हैं जिनसे लोग दूरी बनाकर रहना चाहते हैं. जिनके पास लोग कारोबार और खरीदारी के लिए आने से बच रहे हैं.
कानपुर में 3 जून के बवाल को भले ही दुनिया अब लगभग भुलाकर आगे बढ़ चली है, लेकिन हिंसा वाली जगह के आसपास के दुकानदारों का बिजनेस चौपट हो गया है. उधर, गिरफ्तार कई आरोपियों के परिजन उन्हें निर्दोष बता रहे हैं. वे आरोपी के संबंध में पुलिस से सबूत मांग रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. आरोपियों में से कुछ ऐसे लोग हैं जिनके बच्चों की शादियां कुछ महीने बाद होनी है.

उधर, बवाल की जद में शामिल कुछ ऐसे परिवार हैं जिनके घर के सदस्यों को बवाल के आरोप में जेल भेज दिया गया है. अब ऐसे परिवार अपने बेटे-भाई को निर्दोष बता रहे हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं. आजतक ने ऐसे परिवारों और ग्राहकों के तरस रहे दुकानदारों से मुलाकात की और उनके दर्द को समझने की कोशिश की.