ये हैं भारत के होनहार जो बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड जीतने के हैं प्रबल दावेदार

Screenshot_2022-07-16-18-58-16-00_a71c66a550bc09ef2792e9ddf4b16f7a.jpgराष्ट्रमंडल खेलों में भारतीयों पहलवानों का प्रदर्शन अब तक शानदार रहा है.
भारतीय पहलवान इस टूर्नामेंट में एक मजबूत प्रतिद्वंदी माने जाते रहे हैं. बर्मिंघम में भी भारत को कुश्ती में कई पदकों की उम्मीद है. टोक्यो ओलंपिक के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था. ऐसे में बजरंग गोल्ड कोस्ट वाले स्वर्णिम प्रदर्शन को बर्मिंघम में भी दोहराना चाहेंगे.
पहलवान रवि कुमार दहिया (Ravi Kumar Dahiya) ने अपने शानदार प्रदर्शन से पिछले कुछ वर्षों से देश को गौरवान्वित किया है. उन्होंने साल 2019 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता जबकि टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर और 2022 एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड पर कब्जा किया. ऐसे में अब उनकी नजरें सीडब्ल्यूजी 2022 में गोल्ड मेडल जीतने पर लगी है.
महिला पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) के लिए बेशक, टोक्यो ओलंपिक कुछ खास नहीं रहा हो, लेकिन इस होनहार पहलवान की नजर अब कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने पर है. विनेश 53 किग्रा वर्ग में गोल्ड की प्रबल दावेदार के रूप में उतरेंगी. वह दो बार कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं.
युवा भालाफेंक एथलीट नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) के लिए मौजूदा सीजन अभी तक शानदार रहा है. हाल में उन्होंने जिन तीन टूर्नामेंट में हिस्सा लिया, सभी में पदक जीते. टोक्यो ओलंपिक के चैंपियन नीरज बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में 90 मीटर मार्क हासिल कर गोल्ड मेडल जीत सकते हैं.अनुभवी शटलर पीवी सिंधु (PV Sindhu) महिला सिंगल्स में गोल्ड मेडल की प्रबल दावेदार के रूप में उतरेंगी. बैडमिंटन के पावरहाउस माने जाने वाले चीन और जापान इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले रहे हैं. ऐसे में हैदराबादी बाला के लिए गोल्ड जीतने की राह अब आसान हो गई है.
बैडमिंटन के पुरुष एकल में उदीयमान लक्ष्य सेन (Lakshya Sen) ने हाल के वर्षों में शानदार प्रदर्शन किया है. ऐसे में बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भी लक्ष्य से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है. लक्ष्य सीडब्ल्यूजी 2022 में स्वर्ण पदक जीत सकते हैं.
भारतीय बॉक्सर अमित पंघाल (Amit Panghal) फ्लाइवेट डिविजन में दुनिया के बेहतरीन मुक्केबाजों में से एक हैं. पंघाल ने ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में आयोजित पिछले राष्ट्रमंडल खेलों में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था. इस बार उनकी नजरें पदक के रंग बदलने पर है.

मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन महिला मुक्केबाज निकहत जरीन (Nikhat Zareen) बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों (Birmingham Commonwealth Games 2022) में स्वर्ण पर पंच जड़ने को तैयार हैं. निकहत ने इस वर्ष मई में वर्ल्ड चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था. निकहत का आत्मविश्चास इस समय सातवें आसमान पर है. ऐसे में राष्ट्रमंडल खेलों में उनका बढ़ा हुआ आत्मविश्वास गोल्ड जीतने में टॉनिक का काम कर सकता है.
टेबल टेनिस में देश को मनिका बत्रा (Manika Batra) से स्वर्ण पदक की उम्मीदें हैं. मनिका ने गोल्ड कोस्ट 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में महिला सिंगल्स के साथ साथ टीम इवेंट में भी स्वर्ण पदक जीता था. ऐसे में इस होनहार खिलाड़ी से एक बार फिर देश को गोल्ड पदक की उम्मीद हैं.