दुर्ग पर पार्किंग ठेकेदार का फर्जीवाड़ा, फर्जी रसीदों से लाखों की वसूली

दुर्ग पर पार्किंग ठेकेदार का फर्जीवाड़ा, फर्जी रसीदों से लाखों की वसूली

पुरातत्व विभाग को हर महीने 600000 की चपत

चित्तौड़गढ़।

विश्व विख्यात चित्तौड़गढ़ दुर्ग पर पार्किंग ठेकेदार का फर्जीवाड़ा सामने आया है। विभाग से इतर न केवल अपने स्तर पर वाहनों की पार्किंग रेट बढ़ा दी गई बल्कि फर्जी रसीदें छपवाने से भी बाज नहीं आया । हैरत की बात यह है कि पुरातत्व विभाग की टिकट विंडो पर यह सारा खेल चल रहा है लेकिन कार्मिक आंखें मूंदे हुए हैं। इसे देखते हुए कार्मिकों की मिलीभगत की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता। सूत्रों के अनुसार इन रसीदों के जरिए के जरिए प्रतिदिन बाहर से आने वाले पर्यटकों से हजारों रुपए की अवैध वसूली की जा रही है।

टाइगर सिक्योरिटी के नाम ठेका

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा वर्ष 2022 पार्किंग ठेकेदारी टाइगर सिक्योरिटी मीरा मार्केट चितौड़गढ़ के नाम खुली थी। इसमें विभाग द्वारा वाहनों की 6 कैटेगरी के आधार पर पार्किंग रेट निर्धारित की गई। अर्थात ठेकेदार निर्धारित दर से ₹1 भी अधिक नहीं लिया जा सकता और इसके लिए विभाग द्वारा ही ठेकेदार को रसीद बुक भी उपलब्ध कराई गई ताकि किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं की जा सके और पर्यटकों को किसी प्रकार की पार्किंग को लेकर परेशानी नहीं हो।

विभाग द्वारा निर्धारित रेट

पुरातत्व विभाग द्वारा पार्किंग रेट को लेकर जगह-जगह बोर्ड लगवाए गए। टिकट विंडो के बाहर भी रेट बोर्ड लगाया गया। विभाग की जारी ग्रेड के अनुसार दो पहिया वाहन के लिए ₹10, तीन पहिया 15, जीप और कार ₹25, टैक्सी ट्रैक्टर ट्रॉली ₹35, पिकअप/ मिनी बस ₹80 और बस तथा ट्रक के लिए ₹130 निर्धारित किए गएl

ठेकेदार ने बढ़ई 20 से 60% तक रेट

संवाददाता ने बाहर से आने वाले पर्यटकों के पार्किंग टिकट खंगाले तो ठेकेदार की करतूत खुलकर सामने आ गईl पार्किंग टिकट से सामने आया कि जीप और कार वाले पर्यटकों से 25 की बजाय ₹40 और पिकअप मिनी बस आदि से 80 की बजाए सौ रुपए वसूले जा रहे हैंl हद तो तब हो गई जब बढ़ी हुई रेट के ही टिकट भी पाए गए जबकि पुरातत्व विभाग द्वारा रेटों में किसी भी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं की गईl हैरत की बात यह है कि विभाग का दफ्तर बा मुश्किल 50 गज भी दूर नहीं है और विभाग के कर्मचारी सुबह से लेकर शाम तक टिकट विंडो पर जमे रहते हैं लेकिन किसी भी कार्मिक ने कभी इस पर सवाल नहीं उठायाl इसे देखते हुए विभागीय कार्मिकों की मिलीभगत की आशंका भी जताई जा रही हैl

हर महीने के लाखों रुपए की चोट

विभाग के आंकड़े बताते हैं कि जनवरी 2023 में चित्तौड़गढ़ दुर्ग दर्शन के लिए 1000 विदेशी और 69800 देसी पर्यटक पहुंचेl इनमें सर्वाधिक पर्यटक कार जीप के जरिए ही पहुंचते हैं। एक अनुमान के अनुसार प्रतिदिन करीब 15 सौ से अधिक केवल जीप और कार ही पहुंचती हैl इस प्रकार कार जीप वाले पर्यटकों से ही ठेकेदार द्वारा निर्धारित रेट से करीब ₹20000 अधिक वसूले जा रहे हैं। इस प्रकार हर महीने विभाग को केवल जीप कार से ही ₹600000 की चपत लगाई जा रही है। अन्य वाहनों में मिनी बस पिकअप आदि से ₹20 रुपए अधिक लिए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार अन्य श्रेणी के वाहनों से भी इसी प्रकार बढ़ाकर पार्किंग शुल्क वसूला जा रहा है जोकि लाखों में पहुंचता है।

ठेकेदार का नाम, पार्षद का काम

सूत्रों के अनुसार पार्किंग ठेका भले ही टाइगर सिक्योरिटी मीरा मार्केट के नाम से चल रहा हो लेकिन असल में पर्दे के पीछे किसी पार्षद द्वारा काम किया जा रहा है जिस पर कांग्रेस के एक बड़े राजनेता का हाथ बताया गया है। इसकी पुष्टि इससे भी होती है कि जैसे ही हमने पर्यटकों के पार्किंग टिकट और ठेकेदार की रसीद बुक की फोटोग्राफी शुरू की, महज कुछ क्षणों में ही संबंधित लोगों के फोन आने लग गए। जिसमें शहर के एक बड़े राजनेता का फोन भी शामिल है।

अधिक राशि की वसूली अवैध, कार्रवाई होगी

पुरातत्व विभाग के अधिकारी प्रेम शंकर शर्मा के अनुसार पहले शिकायत आई थी उसके आधार पर हमने जगह-जगह पार्किंग रेट के बोर्ड लगवा दिए थे। इसके बाद भी ठेकेदार इस प्रकार की गड़बड़ी कर रहा है तो इसकी जांच करवा कर कार्रवाई की जाएगीl
IMG-20230211-WA0003.jpg