कलेक्टर की टेबल रखी चूड़ियां, पुलिस ने डाली जेब में बाजार रहा बंद

in #barmer2 years ago

उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या के विरोध में शुक्रवार को बाड़मेर बंद रहा। इस बंद में हर कोई स्वेच्छा से शामिल हुआ। वहीं, सख्त लहजे में सरकार को चेतावनी भी दी। हर किसी के जुबां पर एक ही मांग थी हत्यारों को फांसी दी जाए। कलेक्टर को ज्ञापन देने के दौरान महिला कार्यकर्ताओं ने टेबल की कुर्सी पर चूड़ियां रख दी। पुलिस ने उठाकर जेब में डाल दी। बीते दो दिनों से बाड़मेर जिले में लगातार विरोध प्रदर्शन चल रहा है। शुक्रवार को बाड़मेर शहर के स्टेशन रोड, रतनसिह बाजार, इलुजी बाजार, गांधी चौक, पुरानी सब्जी मंडी, लक्ष्मी बाजार, ढाणी बाजार के सभी व्यापारियों ने स्वैच्छिक बंद रखा। दोपहर 2 बजे बीजेपी व हिंदू संगठनों ने गांधी चौक में एकत्रित होकर रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुचे हिंदू संगठन के लोग सुबह अहिंसा सर्किल पर एकत्रित हुए। संगठनों ने चार अलग-अलग टीमें बनाकर शहर के भ्रमण पर निकले और लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से बंद करवाए और दोपहर गांधी चौक में एकत्रित होने की भी अपील की। इसके बाद वहां से रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और रैली सभा में तब्दिल हो गई Screenshot_20220702-075904_Chrome.jpg

ज्ञापन देने के दौरान कलेक्टर की टेबल पर रखी चूड़ियां

उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्यारों को फांसी दिलाने की मांग को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है। कलेक्ट्रेट के आगे बीजेपी व हिंदू संगठनों ने गहलोत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन कलेक्टर को देने के लिए पहुंचे। ज्ञापन एडीएम उमेदसिंह रतनू को देने के दौरान बीजेपी महिला कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर की टेबल पर चूड़ियां रख दी। एडीएम की नजर पड़ने पर एएसपी नरपतसिंह को बताया और एएसपी ने चूड़ियां उठाकर कोतवाल को दे दी।Screenshot_20220702-075833_Chrome.jpg

यह थी मांगे

ज्ञापन के अनुसार 6 मांगों का ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम का एडीएम को सौंपा। राजस्थान की वर्तमान सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए। कन्हैयालाल मर्डर की जांच सीबाआई से, हत्यारों को तुंरत फांसी दी जाए, आतंकवादी संगठन सिमी को प्रतिबंधित किया जाए। अराजकता फैलाने पर कार्रवाई की जाए। मृतक के परिवार को क्षतिपूर्ति आर्थिक सहायक के रूप में 5 करोड़ रुपए दिए जाए

पुलिस की टीमें जगह-जगह रही तैनात

हिंदू संगठनों के बंद आह्वान के बाद प्रशासन व पुलिस ने गुरुवार शाम को फ्लैग मार्च भी निकाला था। शुक्रवार को शहर के मुख्य मार्ग पर पुलिस की टीमें तैनात नजर आई। वहीं व्रज वाहन के साथ हथियारबंद्ध जवान अहिंसा सर्किल पर तैनात रहे। वहीं, शहर की पुलिस की मोबाइल टीमें शहर भर में भ्रमण करते नजर आई। वहीं, पुलिस व जिला प्रशासन के अधिकारियों लगातार हालात में नजर बनाए हुए है।Screenshot_20220702-075812_Chrome.jpg