ऑनलाइन गेम की आड़ मे चल रहा है जुआ सट्टा, कई युवा इसके हो रहें है शिकार।
शहरों व ग्रामीण अंचल मे जहाँ देखो वहाँ मोबाईल पर ऑनलाइन गेम्स मे हार जीत के लगाए जा रहें है दाव।
जिस तरह से इन दिनों ऑनलाइन गेम्स एक के बाद एक सोशल मीडिया पर आ रहें है,इसकी लत के शिकार कई युवा होते जा रहें है, जिसे देखो वो मोबाईल मे ऑनलाइन गेम्स खेलता नजर आता है, इसमें बड़े बड़े दाव लगाए जाते है, धीरे धीरे इसकी लत नशे जैसी युवा वर्ग मे पड़ने लगी है।
ऐसे खेला जाता है ये जुआ इंटरनेट के प्लेटफार्म पर कई तरह के गेम्स मौजूद है, इनको डाउनलोड करके इसकी एक आईडी बनाई जाती है,जो की आपके ऑनलाइन बैंक खाते से लिंक की जाती है,फिर ऑनलाइन ही पैसे ट्रांसफर करके इन गेम्स मे हार जीत के दाव खेले जाते है, ये गेम्स ठीक उसी तरह के होते है जैसे ताश के पत्ते से खेले जाते है,जिस प्रकार से सट्टा खेला जाता है ठीक वैसे ही दाव लगाए जाते है, आप जीत जाते है, तो आपके खाते मे पैसे आते है और हार गए तो आप से जो पैसे ऑनलाइन पहले ही डलवाये जाते है वो ख़त्म हो जाते है तो फिर पैसे डालो और गेम शुरू हो जाता है, मिनिमम पचास, सो, पानसो और हजार से शुरू होता है ये खेल जिसकी अधिकतम कोई सीमा नहीं होती। कितने भी रूपये से ये खेल सकते है, मात्र कुछ ही मिनट मे हजारों लाखो के दाव लगा दिए जाते है, दरअसल ये गेम्स ऐसे साफ्टवेयर से तैयार किये जाते है की खेलने वाला एक बार इसमें उलझा तो उलझता ही जाता है,पहले तो ये गेम्स खिलाडी को जीता देते है उसके बाद खिलाडी सिर्फ हारता ही रहता है,बीच मे एक बार दो बार फिर से खिलाडी जीता दिया जाता है और फिर हारता रहता है जब तक हारने वाले को समझ आता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है और हजारों रूपये इस ऑनलाइन गेम्स की लत के भेट चढ़ जाते है,
शहरों व गांव गांव में इन गेम्स की लत एक वायरस की तरह फैल रही है, लोग इस पर दाव लगाकर अपना सब कुछ गवा रहें है, खासतौर पर युवा वर्ग इसके दलदल मे फसता ही जा रहा है ये लत एक दूसरे से सबको लग रही है, मगर सरकार कुछ नहीं कर रही है जिस तरह लाटरी की लत से हजारों घर उस समय बर्बाद हुए थे कई लोगों ने आत्महत्या करके अपनी जान गवाई थी, उसके बाद कोर्ट को लाटरी बंद करने का आदेश जारी करना पड़ा था,और लाटरी पर प्रतिबंध लगा था,ठीक उसी तरह ये जहर फैल रहा है अगर समय रहते इन जुआ सट्टे वाले ऑनलाइन गेम्स पर रोक नहीं लगाई गई तो इसके बहुत भयानक परिणाम सामने आने लगेंगे।
ये है इन गेम्स के नाम
लूडो,एमबीएम, रमी, केसिनो,पोकर, तीन पत्ती, फ्लश, जिसमे ये ऑनलाइन गेम्स वाली ऐप किसी गेम्स को ज्वाइन करने के लिए 61 रूपये फ्री बोनस किसी में 99 रूपये, किसी में 500 रूपये तक के लुभावने ऑफर देकर लोगों को उलझा रहें है,एक बार इनकी लत लगी तो इंसान उसमे फंस जाता है, और दाव पर दाव लगा कर अपना सब कुछ लुटा देता है,सबसे अधिक ग्रामीण क्षेत्रों मे युवा इन ऑनलाइन गेम्स की लत के शिकार हो रहे है, इस तरह की ऐप और ऑनलाइन गेम्स पर अंकुश ना लगाया गया तो आने वाले समय मे इसके परिणाम बहुत घातक हो सकतें है आम जन के हित मे सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेकर इस को बंद करना चाहिए नहीं तो युवा पीढ़ी किस गर्त मे जा रही है इसका अंदाजा अभी लगाना मुश्किल है