पूर्व विधायक दीपनारायण पर नवाबाद और मोंठ थाने में भी दर्ज हुए मुकदमे
झांसी। समाजवादी पार्टी के गरौठा के पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। उनके खिलाफ नवाबाद एवं मोंठ थाने में दो और मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिनमें उन पर अपहरण करने, जमीन कब्जाने, रंगदारी मांगने, धोखाधड़ी करने समेत अन्य आरोप लगाए गए हैं। इसके अलावा एससी / एसटी एक्ट भी लगाया गया है। इन मुकदमों में दीपनारायण के साथ अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया है। सीपरी बाजार निवासी संजू जरैया ने नवाबाद थाने में शिकायती पत्र दिया, जिसमें उन्होंने बताया कि पूर्व विधायक दीपनारायण, उनके रिश्तेदार व सहयोगी एक जमीन के मुकदमे में लगातार राजीनामे का दबाव बना रहे थे। छह मई 2018 को विपक्षी उसे अगवा कर ओरछा के जंगलों में ले गए थे। यहां उसके साथ मारपीट की गई थी। इतना ही नहीं, एक महिला के साथ उसके अश्लील वीडियो भी बनाए थे। धमकाकर कोरे कागजों पर हस्ताक्षर कराते हुए जमीन के एग्रीमेंट कैंसल न करने पर जान से मारने की धमकी दी थी। 31 मई 2022 को वह मुकदमे के सिलसिले में न्यायालय आया था, इस दौरान विपक्षियों ने जान से मारने की धमकी दी थी। साथ ही जाति सूचक शब्दों से अपमानित भी किया था। शिकायत पर पुलिस ने पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव, घनश्यामदास, राजू, प्यारेलाल, उत्तम यादव, अमित अग्रवाल, हिस्ट्रीशीटर रमेश खंगार, दयाराम कुशवाहा, जयहिंद यादव, सोनू कुशवाहा, ऊधम यादव, हरेंद्र यादव, गजेंद्र सिंह यादव, दामोदर यादव, वीर सिंह, जितेंद्र कुमार यादव व हरीशंकर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वहीं, मोंठ थाने में ग्राम आमखेरा निवासी सुमित नारायण दांगी ने शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने बताया कि पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह एवं उनके साथियों ने उसके प्लॉट पर जबरन कब्जा कर लिया है। चार जनवरी 2018 को विपक्षियों ने उससे पांच लाख की रंगदारी मांगी थी और 50 हजार रुपये नगद ले लिये थे, बावजूद प्लॉट पर कब्जा नहीं छोड़ा। पुलिस ने तहरीर के आधार पर पूर्व विधायक दीपनारायण यादव, बृजेंद्र यादव, खरारी सोनी समेत तीन-चार अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।