हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती के बिना स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार नहीं : दिनकर कपूर
संतोष देव गिरी...
मीरजापुर। एक तरफ शासन के निर्देश हैं कि अस्पताल मरीजों को मुफ्त दवाएं मुहैया करायें, वहीं दूसरी ओर अस्पतालों में दवाओं की भारी कमी है। इसी तरह जनपद में सस्थागत प्रसव के मामले में लक्ष्य से पिछड़ने को लेकर प्रतिकूल पृवष्टि दी गई लेकिन जनपद की 8 सीएचसी व 37 पीएचसी में एक भी स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर का न होना, अन्य स्टाफ व संसाधनों की भारी कमी को नजरअंदाज किया जा रहा है। इसी के मद्देनजर प्रिंट मीडिया में प्रकाशित खबर को डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक को ट्वीट कर हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने, दवाओं की किल्लत को दूर करने, विशेषज्ञ डॉक्टर समेत चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ के रिक्त पदों को भरने समेत जरूरी संसाधनों को मुहैया कराने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट के सांगठनिक महासचिव दिनकर कपूर ने की है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के कायाकल्प का दावा महज प्रोपैगेंडा है वास्तविक स्थिति इसके उलट है। 22 लाख से ज्यादा आबादी वाले आकांक्षी जनपद में शामिल सोनभद्र में महज सरकारी अस्पतालों में सिर्फ एक स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टर का होना सरकारी प्रचार की असलियत को उजागर करने के लिए पर्याप्त है। जनपद की सीएचसी सेंटरों पर एक्स रे, अल्ट्रासाउंड जैसी जांच की सुविधाएं नहीं है। न सिर्फ सोनभद्र जैसे पिछड़े जनपद में बल्कि महानगरों में स्थित सरकारी अस्पतालों में भी विशेषज्ञ डॉक्टर की भारी कमी है। प्रमुख मेडिकल कालेज में प्रोफेसर समेत अन्य कर्मचारियों व संसाधनों की भी कमी की वजह से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।