डूंगरपुर में नन्हे बच्चों से करवाया जा रहा बालश्रम, CWC ने दिए कार्रवाई के निर्देश

in #rajsathan2 years ago

डूंगरपुर जिले में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के बिल्डिंग दी नेशन ब्रिक बाय ब्रिक अभियान के तहत मानव तस्करी निरोधी टीम व श्रम विभाग की टीम ने तीजवड में 4 नन्हे हाथों को बालश्रम से मुक्त करवाया है. चारों बालश्रमिक निर्माण कार्य में नियोजित थे. इधर बालश्रमिकों को CWC के समक्ष पेश किया गया. जहा से CWC ने बालश्रमिकों को सम्प्रेषण गृह में रखने व नियोक्ता के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए है.
डूंगरपुर जिले के जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव कुलदीप सूत्रकार ने बताया कि जिले में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से बिल्डिग दी नेशन ब्रिक बाय ब्रिक केम्पन चलाया जा रहा है. इसी अभियान के तहत कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन व सृष्टि सेवा समिति की ओर से सूचना मिली की सदर थाना क्षेत्र में तीजवड़ के पास एक निर्माणाधीन भवन में बच्चों से बालश्रम करवाए जाने की सूचना मिली थी, जिस पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव कुलदीप सूत्रधार ने मामले की सुचना मानव तस्करी निरोधी यूनिट व श्रम विभाग के अधिकारियो को देते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए.
जिस पर मानव तस्करी निरोधी यूनिट के हेड कांस्टेबल बलदेव सिंह, चाइल्ड लाइन डूंगरपुर से काउन्सलर सीमा रोत, बलदेव परमार, श्रम विभाग से वरिष्ठ सहायक कालुशंकर मीणा, कनिष्ठ सहायक पंकज पाटीदार, सृष्टि सेवा समिति और कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन डूंगरपुर से काउंसलर उमा कृष्णावत, अनिता यादव की टीम ने तीजवड में दबिश दी.
इस दौरान एक निर्माणाधीन में चार बच्चे बालश्रम करते हुए पाए गए, जिस पर टीम ने बच्चों की उम्र व शिक्षा के बारे में जानकारी ली, तो इस दौरान सभी बच्चे बालश्रमिक पाए गए. जिस पर टीम ने बालश्रमिकों को बालश्रम से मुक्त करवाया. इसके बाद टीम ने बालश्रमिकों को जिला बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया, जहां से जिला बाल कल्याण समिति ने बाल श्रमिकों को किशोर सम्प्रेषण गृह में रखने के निर्देश दिए और उनके परिजनों को काउंसलिंग के लिए बुलाया है. वहीं जिला बाल कल्याण समिति ने पुलिस को नियोक्ता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के भी निर्देश दिए हैScreenshot_20220606_194136.jpgIMG-20220606-WA0123.jpg