मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष अजहरी बोले गृह युद्ध कराना चाहते हैं कुछ लोग

in #puranpur2 years ago

Puranpur आज मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ऑफ़ इण्डिया के प्रदेश अध्यक्ष हाफ़िज़ नूर अहमद अज़हरी ने अपने आवास पर की एक बैठक.....
उलमा हुफ़्फ़ाज़ से गुफ़्तुगू करते हुये बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष ने ज्ञानवापी मस्जिद मामले में बोलते हुए कहा कि वहाँ कही कोई मंदिर नही देश मे गृह युद्ध कराना चाहते हैं आरएसएस और दीगर हिन्दू धार्मिक तंज़ीमो के गुर्गे, देश को जिस कट्टरता की तरफ़ ले जाया जा रहा है वह देश के लिए खतरे के सिवा कुछ भी नही उन्होंने कहा कट्टरपंथी हमे कहा जाता है मगर पूरी दुनिया देख रही है कि कट्टरता कहाँ है , उन्होंने कहा कि सुप्रीमकोर्ट ने बाबरी मस्जिद के फ़ैसले के वक़्त यह साफ कर दिया था कि यहाँ कोई मंदिर नही था यह अलग बात है कि कोर्ट ने बहुसंख्यक समुदाय की धार्मिक आस्था का ख्याल करते हुए हमारी आस्थाओं के साथ भेदभाव कर अपना फ़ैसला हमपर थोप दिया और अल्पसंख्यक समाज ने देश के अमन के लिए अपनी ऐतिहासिक इबादतगाह बिना विरोध किये दे दी उसके बाद से मुल्क भर में हमारे ख़िलाफ़ एक होड़ सी मच गई जिसे भी मंत्री विधायक बनना होता है वह हमारे खिलाफ़ षणयंत्र करके बड़े बड़े ओहदों पर चला जाता है भाजपा की उत्तरप्रदेश सरकार के एक उपमुख्यमंत्री ने मुस्लिमो को पहले ही धमकी दे दी थी कि पहले अयोध्या और अब मथुरा फिर काशी, ज्ञानबापी मस्जिद पर अपना क़ब्ज़ा जमा कर मस्जिद में तब्दील करने की साज़िश की जा रही है वहाँ भी अयोध्या की तरह सर्वे और खुदाई जैसे झांसे दिए जा रहे हैं मथुरा को भी निशाना बनाया जा रहा है अबतो हद यह हो गयी कि ताजमहल कुतुबमीनार तक को नही छोड़ रहे हैं मुझे डर है कि कहीं यह लोग मिस्र को मिश्रा जी और दुबई को दुबे जी से जोड़ कर उस पर क़ब्ज़ा करने ना चले जाएं उन्होंने कहा कि सत्ता के नशे में अंधे हो गए हैं यह लोग उनको मालूम होना चाहिए कि सत्ता आनी जानी है ताक़त हमेशा नही रहती आज आप हैं कल कोई और हो सकता है किसी को इतना परेशान करो जितनी आप मे झेलने की ताक़त हो देश को गृह युद्ध से बचाने के लिए हम मौजूदा साजिशों के खिलाफ कोई भी क़दम उठा सकते हैं ,
महंगाई बे रोज़गारी से लेकर देश के विकास पर भी किसी का ध्यान नही है अर्थव्यवस्था के क्या हाल हैं इस पर कोई सर जोड़ कर नही बैठता तालीमी इदारे किस हाल में हैं इस पर किसी की नज़र नही जाती कोई बुनियादी काम अमल में नही आ रहा है बस हर हाल में मुस्लिमो को डराने की कोशिश की जा रही है अदालतों के फैसलों तक को तमाशा बनाया जा रहा है अदालतों से उनकी आज़ादी छीनी जा रही है मुस्लिमो को डराने के लिए हर वह हथकंडा अपनाया जा रहा है जिसका किसी जम्हूरी मुल्क में तसव्वुर भी गुनाह समझा जाता है हिंदुस्तान की हिंदु कम्युनिटी को कम्युनल बनाकर मुस्लिमो के खिलाफ इस्तिमाल किया जा रहा है इस्लाम और मुसलमानों की छवि हर लेविल पर ख़राब करने की कोशिश की जा रही है ऐसे में अगर मुस्लिम समाज का कोई नुमाइंदा अपनी बात कहे तो उसे जेल भेज दिया जाता है उत्तरप्रदेश की एक महिला ने ऐसे ही असंवैधानिक वक्तव्य दिया जिसकी वजह से उसपर गम्भीर धाराओं में मुकदमा हुआ और जेल गयी हिन्दू संगठनो के हज़ारो ऐसे लोग मस्जिद के सामने हनुमान चालीसा पढ़ने और दूसरे ऐसे आपत्तिजनक बयान देते रहते हैं उनपर कोई कार्यवाही नही होती तअज्जुब इस बात पर भी है कि अदालतें मुस्लिमो के खिलाफ हो रहे मज़ालिम पर पर ख़ामोश हैं तो सोचिए कि जिस मुल्क में अदालतों में हुकूमत की मंशा को ध्यान में रखते हुए फैसले होंगेतो उस मुल्क के संविधान को कौन बचा सकता है कोई भी मुस्लिम रहनुमा लीडर खुलकर अपनी बात नही कह सकता अगर हिम्मत करके कह भी दे तो पुलिस और बुलडोज़र से लेकर सैकड़ो ऐसे हथियार हैं हुकूमत के पास जिन्हें इस्तिमाल करके हुकूमत मुंह बंद कर देती है आज़म खान से लेकर नाहिद हसन तक सैकड़ो ऐसे बेकुसूर मुस्लिम लीडर हैं जिनका भविष्य चरित्र सब इस्लाम दुश्मन ताक़तों ने मुसमार कर दिया मगर हम तमाशा देखते रहे अब ज़रूरत है कि हम सब संवैधानिक तरीके से ज़ुल्म और ज़्यादती के खिलाफ उठें ख़ानक़ाहों के बुजुर्गों से बात करें

#नूर अहमद अज़हरी
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड
ऑफ इंडिया
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