जीआई टेग से गोड़ी चित्रकारी को मिली विशेष पहचान

in #godi28 days ago
  • जीआई टेग से गोड़ी चित्रकारी को मिली विशेष पहचान
  • महिलाओं ने परंपरागत और मनमोहक बनाई राखियां
  • गोड़ी चित्रकारी और कढ़ाई बुनाई के गुर से महिलाएं हो रही सशक्त

1000202930.jpg

मंडला:-गोड़ी पेंटिंग को बढ़ावा देने व महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के साथ उनकी आय में वृद्धि करने के उदृदेश्य से जिला प्रसाशन के मार्गदर्शन व नाबार्ड के वित्तीय सहयोग से आजीविका उद्यम एवं विकास कार्यक्रम अंतर्गत ग्रामीण विकास एवं महिला उत्थान संस्थान द्वारा विगत वर्ष स्वयं सहायता की करीब 90 महिलाओ का गोड़ी चित्रकारी और कढ़ाई बुनाई के गुर सिखाए गए।

1000202931.jpg

बताया गया कि गौड़ी चित्रकारी गौड़ राजाओं की विरासत रही है और पूर्व समय में आदिवासी लोग जंगलों में निवास करते थे और प्रकृति प्रेमी थे। ये लोग उत्सवों त्योहारों में विभिन्न रंगों से चित्रों को रंगकर अपनी खुशियों का इजहार किया करते थे एवं उत्सव मनाते थे। गौड़ी चित्रकारी में विभिन्न शैलियों का समावेश कर बारीक डिजाईन से प्रकृति को समीप रखकर चित्र का चित्रण किया जाता है। हमारे क्षेत्र की आदिवासी बहने स्वयं सहायता समूह से जुड़ कर छोटी-छोटी बचत कर रही हैं।

जानकारी अनुसार मंडला जिले में विगत 2020-21 से गोड़ी चित्रकारी पर उल्लेखनीय कार्य किया जा रहा है। नाबार्ड के वित्तीय सहयोग से ग्रामीण विकास एवं महिला उत्थान संस्थान द्वारा इन्द्री सेक्टर की 90 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण के बाद समूह की महिलाएं गौड़ी चित्रकारी बना रही हैं। वर्तमान में 63 महिलाओं के द्वारा गौड़ी चित्रकारी की जा रही है। महिलाओं द्वारा केनवास, हेण्डमेड पेपर, दुपट्टा, बैग, की रिंग, फ्रीज मेगनेट पेपरवेट, बुक मार्कस, रूपाल, जूट फाईल, डायरी, पोस्टकार्ड, सजावटी समान आदि में गौड़ी चित्रकारी बनाई जा रही है। महिलाओं द्वारा बनाई जा रही चित्रकारी का विक्रय ऑनलाईन के माध्यम से, प्रदर्शनी के माध्यम से किया जा रहा है।

1000202932.jpg

सुधीर कांसकार ने बताया गया कि गोंडी चित्रकारी के उत्पादों में लोगों की बढ़ती रूचि से प्रेरित होकर समूह की महिलाएं राखी के त्योहार को देखते हुये तात्कालीन कलेक्टर डॉ. सलोनी सिडाना के निर्देशन में राखी निर्माण का कार्य प्रारम्भ किया गया था, जो परम्पारगत आकर्षक एवं मनमोहक राखी तैयार कर विक्रय किया जा रहा है।

  • गौंडी चित्रकारी को मिला जीआई टेग

गोड़ी चित्रकारी की उत्पादित सामग्री को कलादीर्धा में भी विक्रय के लिये रखा गया है। जिसमें जिला प्रशासन का सहयोग मिल रहा है। मंडला जिला की गोड़ी चित्रकारी को एक जिला एक उत्पाद के लिये चयनित किया गया है। इसके साथ ही मध्यप्रदेश शासन द्वारा गोड़ी चित्रकारी को जीआई टेग प्रदान किया गया है जिसके माध्यम से गोड़ी चित्रकारी की विशेष पहचान होगी ओर इसका मूल्य भी अधिक मिलेगा। गौड़ी चित्रकारी बनाने में नर्मदा समूह, शांति समूह, नवचेतना समूह, श्री गणेश समूह, मां दुर्गा समूह के माध्यम से चित्रकारी की जा रही है। इन महिलाओं को आय का एक नया स्त्रोत मिला है, जिससे मासिक आय में वृद्धि हो रही है।

1000202933.jpg

  • महिलाओं ने बनाई गौंडी कलाकृतियों की राखी

कलाकृतियों से मनमोहक राखियों का निर्माण किया है। नवाचार के रूप में इन राखियों में आकर्षक गोंडी पेंटिंग भी की गई है। इस कार्य की सराहना मप्र शासन द्वारा भी की जा चुकी है। उत्पादों की लोकप्रियता को देखते हुए इस वर्ष भी रक्षाबंधन के पावन पर्व में स्व सहायता समूह की महिलाओं ने गोंड कलाकृति से आकर्षक मनमोहक राखियां विक्रय कर रही है। राखी तैयार करने में महिलाओं ने अपना योगदान दिया हैं।

1000202934.jpg

राखी के त्यौहार को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन एवं नाबार्ड के वित्तीय सहयोग से आजीविका उद्यम एवं विकास कार्यक्रम अंतर्गत स्वसहायता समूह की दीदियों द्वारा गोंड कलाकृतियों से मनमोहक राखियों का निर्माण किया है। नवाचार के रूप में इन राखियों में आकर्षक गोंडी पेंटिंग भी की गई है। इस कार्य की सराहना मप्र शासन द्वारा भी की जा चुकी है। उत्पादों की लोकप्रियता को देखते हुए इस वर्ष भी रक्षाबंधन के पावन पर्व में स्व सहायता समूह की महिलाओं ने गोंड कलाकृति से आकर्षक मनमोहक राखियां विक्रय कर रही है। राखी तैयार करने में महिलाओं ने अपना योगदान दिया हैं।