यात्रियों की जान जोखिम में डाल रहे वाहन चालक

in #drivers13 days ago
  • यात्रियों की जान जोखिम में डाल रहे वाहन चालक
  • चैंकिग लगते ही दूसरे मार्ग में डार्यवट हो जाते है यात्री वाहन
  • पुलिस प्रशासन कर रहा अनदेखी

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मंडला:- नारायणगंज क्षेत्र में आज भी वाहन की क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाकर उनकी जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। ओव्हर लोडिंग पर पुलिस प्रशासन की कार्रवाई शून्य नजर आ रही है। चाहे वाहन प्राइवेट पासिंग का हो या फिर कमर्शियल उसे नियम के अनुसार यात्रीयो को बैठाने की क्षमता निर्धारित की जाती है। बताया गया कि अलग अलग वाहन को क्षमता के अनुसार निर्धारित यात्रियों को बैठने का प्रावधान है।

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जानकारी अनुसार नारायणगंज एक आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है, जिसमें छोटे-छोटे गांव से लोग नारायणगंज मुख्यालय तहसील बाजार हाट और अपने अन्य कार्यों को लेकर यात्री वाहन, सवारी ऑटो से मुख्यालय में आते हैं लेकिन इन वाहनों में सवारियों को ऐसे बैठाया जाता है कि वाहन में बैठे लोगों का दम घुट जाए। यदि कोई हादसा भी होता है तो क्षमता से अधिक सवारियों के कारण होता है। क्षमता से अधिक भार के कारण वाहन कभी भी अनियंत्रित हो जाते है। ऐसे में वाहन में बैठे यात्री की जान हमेशा खतरे में रहती है।

बताया गया कि सवारी वाहन के अंदर क्षमता से अधिक यात्री बैठे नजर आते है, बावजूद इसके वाहन मालिकों द्वारा गाड़ी के चारों तरफ यात्रियों को लटका कर भी लाना ले जाना किया जा रहा है। छोटे गांव से निकलकर जब नेशनल हाईवे से होते हुए नारायणगंज क्षेत्र पहुंचते हैं तब इन्हें यह भी डर नहीं रहता की नेशनल हाईवे से गुजरने वाले बड़े वाहन से कोई बड़ी दुर्घटना ना हो जाए। थोड़े अधिक पैसे कमाने के चक्कर में वाहन मालिक नियम विरुद्ध यात्रियों को अपने वाहन में बिठाकर यात्रियों की जान जोखिम पर डाल रहे हैं।

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सूत्र के अनुसार ग्राम देवहार, मानेगांव, पाठा, चुटका, पांडीवारा, कुंडा, कुड़ामैली, सिंघानपुरी, चौकी, मांडोगढ़, सलैया जैसे और अन्य गांव से जो वाहन यात्रियो को बिठाकर नारायणगंज मुख्यालय आते हैं वह थाना क्षेत्र टिकरिया के सामने नेशनल हाईवे से गुजरते हैं लेकिन प्रशासन इनके ऊपर अभी तक कोई कार्रवाई कर लगाम नहीं लगाया है। बताया गया कि थाने के सामने वाहन चैंकिग शुरू होते ही वाहन मालिकों द्वारा रूट को डाइवर्ट कर लिया जाता है, वाहन मालिकों के रवैया से यह प्रतीत होता है कि कहीं ना कहीं पुलिस प्रशासन की इस पर मिली भगत है। चेकिंग लगते ही वाहन मालिक द्वारा टिकरिया थाने के बाजू वाले रास्ते होते हुए मानेगांव मार्ग के लिए निकलते है।

  • इनका कहना है

मेरे द्वारा इस प्रकार के तथ्य देखे जा रहे हैं ,लेकिन जब हम वाहन चेकिंग करते हैं तब यह वाहन थाने क्षेत्र के सामने इस प्रकार के नियमों का उल्लंघन करते नहीं पाए जाते हैं।
गोपाल घोसले, थाना प्रभारी टिकरिया