महंत नरेंद्र गिरी की मौत की सूचना देने वाले अमर गिरी और पवन महाराज बाघम्बरी मठ से निष्कासित

in #prayag2 years ago

E0CD2283-1F10-4366-A194-A42241C4724C.jpegअखिल भारतीयत अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की बाघम्बरी गद्दी में महंत नरेंद्र गिरी की मौत की सूचना पुलिस को देने वाले हनुमान मंदिर के व्यवस्थापक अमर गिरी और पवन महाराज को मठ से निष्कासित कर दिया गया है। अमर और पवन दोनों ही महंत नरेंद्र गिरी के बेहद करीब शिष्यों में से थे। पवन और अमर के निष्कासन की खबर से मठ में खलबली का माहौल है। खबर है कि अमर गिरी और पवन महाराज अब अपनी सुरक्षा को लेकर भी चिंतित हैं।

कहा जा रहा है कि अमर गिरी की तरफ से कोर्ट में हलफनामा दायर कर कहा गया था कि उनपर दवाब बनाया जा रहा है और उन्हें लगातार धमकियां भी मिल रही है। दोनों ने कोर्ट में हलफनामा दायर कर केस वापस लेने की भी इच्छा जताई थी। मठ से निष्कासित किए जाने के बाद पवन और अमर गिरी के मोबाइल फोन भी बंद हैं। माना जा रहा है कि नरेंद्र गिरी मौत मामले में केस वापस लेने का हलफनामा दायर करने को लेकर दोनों को मठ से बाहर किया गया है। माना जा रहा है कि महंत नरेंद्र गिरी की मौत के बाद से ही बड़े हनुमान मंदिर और मठ के बीच खींचतान शुरू हो गई थी। महंत नरेंद्र गिरी ने अपनी वसीहत में भी लिखा था कि उनके बाद अमर गिरी और पवन महाराज का ख्याल रखा जाए। इसी बात से जाहिर हो जाता है कि महंत नरेंद्र गिरी पवन और अमर को कितना मानते थे। इन दोनों को महंत नरेंद्र गिरी का विश्वास पात्र माना जाता है। नरेंद्र गिरी की वसीहत के आधार पर बलबीर गिरी महंत नरेंद्र गिरी के उत्ताधिकारी बने।