काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी मस्जिद विवाद

in #gyanwapi2 years ago

काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी मस्जिद विवादIMG-20220526-WA0000.jpg में अब अगली सुनवाई 30 मई को होगी. बनारस की ज़िला अदालत ने अंजुमन इस्लामिया कमिटी की याचिका पर सुनवाई की.

अजुंमन इस्लामिया ने हिन्दू पक्ष की याचिका का विरोध किया है, जिसमें सर्वे रिपोर्ट पर सुनवाई की मांग की गई है. गुरुवार को बनारस ज़िला अदालत ने अगली सुनवाई की तारीख़ 30 मई रखी है.

बनारस ज़िला अदालत ने पिछले महीने मस्जिद परिसर में सर्वे की अनुमति दी थी. अदालत ने यह अनुमति पाँच हिन्दू महिलाओं की याचिका पर दी थी, जिसमें ज्ञानवापी मस्जिद में पूजा की अनुमति मांगी थी.

हिन्दू महिलाओं की याचिका में दावा किया गया था कि ज्ञानवापी मस्जिद की जगह पहले मंदिर था और इसे मुग़ल शासक औरंगज़ेब में तोड़कर मस्जिद बनवाई थी. दूसरी तरफ़ अंजुमन मस्जिद कमिटी ने तर्क दिया है कि हिन्दू पक्ष के दावे पर सुनवाई नहीं होनी चाहिए क्योंकि यह 1991 के वर्शिप (स्पेशल प्रोविजन्स) एक्ट का उल्लंघन है.

बनारस की ज़िला अदालत में गुरुवार को मुस्लिम पक्ष के वकील अभय नाथ यादव ने दो घंटे तक बहस की. बहस में अभय नाथ यादव ने महिला याचिकाकर्ताओं की याचिका के हर पहलू पर एक-एक कर अपनी दलील रखी और यह साबित करने की कोशिश की कि उनकी याचिका उपासना स्थल क़ानून के ख़िलाफ़ है. ऐसे में उनकी मांग को ख़ारिज कर देना चाहिए. हालांकि मुस्लिम पक्ष की अर्ज़ी पर बहस पूरी नहीं हो सकी है और सोमवार को जारी रहेगी.

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