बारिश से धान उत्पादक किसानों को राहत, जलभराव से शहरियों पर आफत

धनघटा तहसील क्षेत्र के उमरिया बाजार से अशरफ पुर मार्ग पर आशापुर चौराहे पर भरा पानी

संतकबीरनगर जिले में पिछले करीब 24 घंटे में 52 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। सीजन के अंतिम सत्र में हुई जोरदार बारिश से धान उत्पादक किसानों को काफी राहत मिली है। वहीं गन्ना और सब्जी उत्पादक किसानों को नुकसान होने की आशंका है। उधर, शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में जन निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से जलभराव हो गया, जिससे लोगों को काफी परेशानी हुई। वहीं, कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति भी लड़खड़ा गई है। मंगलवार शाम से रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जो बृहस्पतिवार की सुबह तक जारी रही। बारिश से सबसे अधिक खुशी किसानों को मिली है। इस सीजन में काफी कम बारिश होने से धान की फसल प्रभावित हुई है। तमाम किसानों की धान की फसल बर्बाद हो चुकी है। ऐसे में शासन के निर्देेश पर सूखे का आकलन चल रहा है, लेकिन जिन किसानों ने किसी तरह सिंचाई कर फसल बचा ली है, उन्हें बारिश से राहत मिली है। दूसरी तरफ, पौली सहित विभिन्न क्षेत्रों में बारिश और तेज हवा के चलते गन्ने की फसल गिर गई है, जिससे नुकसान होने की आशंका है। सब्जी की खेती को भी नुकसान हो सकता है।

शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव से समस्या

लगातार हुई बारिश के कारण खलीलाबाद सहित ग्रामीण क्षेत्रों के बाजारों में जलभराव हो गया है। इससे लोगों को आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। खलीलाबाद कस्बे के मड़या, तितौवा, जिला अस्पताल परिसर, अंसार टोला, बंजरिया सहित विभिन्न क्षेत्रों में जलभराव हुआ है। इससे नगर पालिका प्रशासन के जलनिकासी व्यवस्था की पोल खुल गई है।

धनघटा के उमरिया बाजार मार्ग, अशरफपुर मार्ग, डेवरी मार्ग पर जलभराव होने से आना-जाना मुश्किल हो गया है। ग्रामीण रामप्रकाश, अजय कुमार यादव, अजय पांडेय, बृजेंद्र कुमार, भोला प्रसाद आदि का कहना है कि जलनिकासी की व्यवस्था नहीं होने से दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसी ही स्थिति सेमरियावां, बखिरा, मेंहदावल आदि क्षेत्रों में भी है। नगर पालिका परिषद खलीलाबाद के ईओ सुरेश मौर्य ने कहा कि जलनिकासी के लिए व्यवस्था की जा रही है।

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