डॉ मो. नजीर अंसारी ने ठोकी ताल, मांडू विधानसभा चुनाव में होंगे निर्दलीय प्रत्याशी*
डॉ मो. नजीर अंसारी ने ठोकी ताल, मांडू विधानसभा चुनाव में होंगे निर्दलीय प्रत्याशी
जाति-धर्म नहीं, बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना लक्ष्य : डॉ मोo नजीर अंसारी
चरही (हजारीबाग)। सुदूरवर्ती क्षेत्रों समेत शहरी क्षेत्रों में शिक्षा का अलख जगाने के जरिए झारखंड की शिक्षा के क्षेत्र में अहम योगदान देने को लेकर अपनी खास पहचान बनाने वाले हाईकोर्ट के अधिवक्ता डॉ मोo नजीर अंसारी ने आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव में मांडू विधानसभा से चुनाव लड़ने की घोषणा की है। मांडू विधानसभा क्षेत्र के चुरचू प्रखंड के इंद्रा में जनसभा को संबोधित करते हुए हाईकोर्ट के वकील डॉ नजीर अंसारी ने कहा कि मांडू विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लडेंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार श्री नजीर को कई प्रमुख पार्टियां अपनी टिकट से मांडू विधानसभा प्रत्याशी बनाने के संपर्क कर रही है। हालांकि श्री नजीर किस पार्टी के टिकट से चुनाव लडेंगे इस पर शंसय बना हुआ है। श्री नजीर का कहना है कि नागरिकों के बुनियादी अधिकारों में शिक्षा भी शामिल है और बेहतर नागरिक बनाने के लिए शिक्षा ही एकमात्र औजार है, लेकिन अफसोस ये है कि युवा और छात्र वर्ग सिर्फ वोट बैंक की तरह ट्रीट किए जाते हैं। चुनावी राजनीति में बस उनका इस्तेमाल किया जाता है।
इसमें कोई संदेह नहीं रहा है कि जटिल और अप्रत्याशित समस्याओं के इस दौर में नई पीढ़ी को एक वैश्विक समाज और वैश्विक अर्थव्यवस्था में जीवन-यापन करने के लिए सक्षम बनाना आज सबसे बड़ी चुनौती है। ये मतदाता के विवेक पर है कि वो शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के मुद्दे पर वोट डालें न कि जाति और धर्म के आधार पर। जब भी शिक्षा की बात आती है तो स्कूल खोलने और अध्यापकों की तनख्वाह पर आकर बात अटक जाती है। शिक्षा में लैंगिक विषमताओं और उच्च शिक्षा से वंचना की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पाठ्यक्रम को औपनिवेशिक मानसिकता से मुक्त करना और स्थानीय संदर्भों और जरूरतों के सापेक्ष बनाना और उच्च शिक्षा के अवसरों में विस्तार करना बहुत जरूरी हो गया है। मांडू विधानसभा में स्कूल या कॉलेज की स्थापना और उनकी बेहतरी के लिए रोजगार के अवसर श्रृजन करना मेरी पहली प्राथमिकता होगी। बात सिर्फ चुनावी मुद्दा की नहीं है, बल्कि लोगों का ऐसा दबाव और एकजुटता नजर आनी चाहिए कि राजनीतिक दल या सरकार उनकी सुनने को मजबूर हो जाएं। ऐसा तभी संभव हो सकता है, जब जनता जाति-धर्म के आधार पर नहीं, विकास के आधार पर प्रत्याशी को वोट करेगी।
कौन है हाईकोर्ट के अधिवक्ता डॉ मोo नजीर अंसारी
समाजसेवी व शिक्षा के क्षेत्र में अपना अलग पहचान रखने वाले डॉ मोo नजीर अंसारी आज किसी परिचय का मोहताज नही है। श्री नजीर चुरचू प्रखंड के इंद्रा निवासी हैं। इन्होंने गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा प्राप्त किए है जिसमे कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की है। इसके अलावा लॉ में एलएलबी की डिग्री ली है साथ ही पीएचडी कर डॉक्टरेट की उपाधि भी हासिल की है। मौजूदा समय में श्री नजीर झारखंड हाईकोर्ट में कार्यरत हैं एवं समाज सेवा का कार्य करते रहते हैं। शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए श्री नजीर हमेशा तत्पर रहते है। मौजूदा समय में इनके द्वारा बड़े पैमाने पर शिक्षण संस्थानों की स्थापना की गई है। गैलेक्सी हाई स्कूल हजारीबाग, ग्लोबल इंडियन स्कूल हजारीबाग, स्वामी धर्म बंधु बीएड कॉलेज मुकुंदगंज हजारीबाग
और अन्य शैक्षणिक संस्थानों की शानदार इमारतें उनकी महान शैक्षिक सेवाओं के साक्षी हैं। इन महाविद्यालयों से आज हजारों छात्र लाभान्वित हो रहे हैं।