ग्वालियर में डेंगू का कहर, अब तक 175 बच्चे आए चपेट में

in #gwalior2 years ago

Screenshot_20221106_173718~2.jpgडेंगू की चपेट में अबतक 175 बच्चे आ चुके हैं। डाक्टर घर में बच्चों केा मच्छर से सुरक्षित रखने के लिए घरेलू उपाय करने का सुझाव दे रहे हैं।जिससे डेंगू के डंक से बच्चों व बुजुर्गों को बचाया जा सके। शनिवार को डेंगू की चपेट में 23लोग आए जिसमें 12 बच्चे शामिल हैं। इन बच्चों की उम्र 5 महीने से लेकर 17 साल बताई गई है। देखा जा रहा है कि छोटी उम्र के बच्चों को डेंगू आसानी से शिकार बना रहा है। जिले में अबतक 130 बच्चे डेंगू की चपेट में आ चुका है। डा विनोद दौनेरिया का कहना है कि बच्चों की त्वचा मुलायम होने के कारण डेंगू का मच्छर आसानी से उन्हें अपना शिकार बना लेता है। ऐसे में जरुरी है कि बच्चों की मच्छरों से सुरक्षा करें। बच्चों को पूरी आस्तीन के कपड़े पहनाकर रखें और घर में साफ पानी जमा न होने दें तथा घर में मच्छरों से बचाव के उपाय करें।
गेंदा-गेंदे के फूल लगे होने पर उसकी गंध से मच्छर नहीं आते।लेमन ग्रास-लेमन ग्रास का उपयोग किचिन में करते हैं, लेकिन इसकी सुगधं से मच्छर घर में प्रवेश नहीं करते इसे बालकनी में लगाया जा सकता।लैवेंडर का फूल-लैवेन्डर के तेल को कमरे में जगह जगह छिड़क दें इसकी सुगंध से मच्छर नहीं रहते। सिट्रोनेला ग्रास-सिट्रोनेला ग्रास का तेल एंटी फंगल का काम करता है। इसके उपयोग से कमरे में मच्छर नहीं रहते।नीम का पेड़-नीम के पेड़ की पत्तियों काे उवाल कर उसके पानी को छिड़कने से मच्छर,मख्खी व कीट नहीं आते।नीलगिरी का तेल-नीलगिरी के तेल को बराबर मात्रा में नींबू के रस में मिलाकर शरीर पर लगाने से मच्छर नहीं काटते।
डेंगू का डंक परेशानी का कारण बना हुआ है। डेंगू का मच्छर बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को अपना शिकार बना रहा है। सोमवार को डेंगू की चपेट में 14 लोग आ गए। जिससे डेंगू का आंकड़ा बढ़कर पौने 4 सौ हो गया। इसमें सवा तीन सौ केस ग्वालियर जिले के शामिल हैं। दवा का छिड़काव, लार्वा सर्वे और फोगिंग ठीक से न होने के डेंगू का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। लोग बीमार होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। इस वक्त निजी व सरकारी अस्पताल काे मिलाकर करीब दो दर्जन से अधिक मरीज भर्ती होकर उपचार ले रहे हैं।