सदियों से आज तक नहीं ठंडी हुई इस शमशान घाट की चिताएं, देवी के श्राप के कारण 24 घंटे जलती हैं लाशें
बनारस के 84 घाटों में से सबसे ज्यादा मशहूर है ये घाट क्योंकि यहां चौबीसों घंटे चिताएं जलती रहती है इसके चर्चे दूर दूर तक है। गंगा नदी के तट पर स्थित है यह मणिकर्णिका घाट। विदेशो से लोग इस घाट को देखने के लिए आते है। इस घाट से जुड़ी बहुत सी प्रचीन कथाएं भी है। मणिकर्णिका घाट में 24 घंटे चिताये जलती रहती है। एक चिता के बाद दूसरी और दूसरी के बाद तीसरी ये सिलसिला निरंतर ऐसे ही चलता रहता है।