आदिवासियों के हरिद्वार' के नाम से प्रमुख है ये धाम, वैशाख पूर्णिमा

in #rajasthan2 years ago

Wortheum news:-गौरतलब है कि गौतमेश्वर धाम की एक अनोखी परंपरा भी है. वैशाख पूर्णिमा के दिन यदि इस कुंड में कोई स्नान करता है. तो उसके सारे पापों से मुक्ति मिलती है.
Pratapgarh: प्रतापगढ़ उपखंड क्षेत्र के प्रसिद्ध गौतमेश्वर मेले की तैयारी को लेकर देर शाम पांच बजे के करीब में अरनोद थाना अधिकारी अजय सिंह राव, तहसीलदार लालघाटी सरपंच उदय लाल मीणा ने मेले का निरीक्षण किया. गौतमेश्वर धाम में 12 मई से 18 मई तक मेले का आयोजन होगा.

100 वर्षों से गौतमेश्वर धाम में मेला लगता हुआ आ रहा है. कोरोना संक्रमण की महामारी के चलते 2 सालों से मेले पर पाबंदी लगी हुई थी. जैसे ही सरकार की गाइडलाइन में छूट मिली. वापस से गौतमेश्वर धाम पर मेले का आयोजन को लेकर पंचायत ने तैयारियां पूरी कर ली है. सरपंच उदय लाल मीणा ने जानकारी देते हुए बताया मेले में भजन संध्या, आर्केस्ट्रा और विभिन्न आयोजन को लेकर जनजाति विभाग के द्वारा अलग से बजट स्वीकृत किया जाता है.

गौरतलब है कि गौतमेश्वर धाम की एक अनोखी परंपरा भी है. वैशाख पूर्णिमा के दिन यदि इस कुंड में कोई स्नान करता है. तो उसके सारे पापों से मुक्ति मिलती है. मान्यता के अनुसार वर्तमान में भी लोग इस कुंड में स्नान कर यहां से प्रमाण पत्र प्राप्त करते हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार गौतम मुनि इस कुंड में स्नान कर अपने पापों से मुक्त हुए थे.
गौतमेश्वर धाम को आदिवासियों का हरिद्वार भी कहा जाता है. प्रतिदिन इस सात दिवसीय मेले में लाखों की तादाद में लोग यहां पहुंच कर भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग के दर्शन का मेले का लुत्फ उठाते हैं. इसको लेकर पंचायत द्वारा छाया पानी की व्यवस्था के भी पूरी तरीके से इंतजाम किए गए हैं. मेले में किसी भी प्रकार की सुरक्षा की चूक ना हो इसको लेकर पुलिस भी पूरी तरीके से चाक चौबंद है.
1131622-2.jpeg