फालना रोडवेज डिपो का हाल बेहाल: यात्री व स्टाफ निजी वाहनों से यात्रा करने को मजबूर
रोडवेज डिपो का हाल बेहाल: बसों व स्टाफ निजी वाहनों से यात्रा करने को मजबूर, यात्रीयो की कमी से जूझ रहा फालना रोडवेज डिपो, निजी वाहनों से यात्रा करने को मजबूर यात्री
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के फालना रोडवेज इन दिनों खराब बस एवं कर्मचारियों की कमी के कारण खस्ता हाल से गुजर रहा है। जहां कोरोना काल से पहले इस डिपो से 46 बसों को संचालन होता था, वहीं आज डिपो में बसों की कमी आ गई है। जिसके चलते यात्रियों को रेलवे या निजी वाहनों से यात्रा करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि फालना रोडवेज डिपो में पूर्व में 46 बसें शेड्यूल के अनुसार संचालित 37 मार्गों पर होती थी। जिनमें 15 निजी व 31 रोडवेज की बसें थी। साथ ही कोरोना काल से पहले फालना रोडवेज डिपो में 49 चालक एवं 41 परिचालक कार्य करते थे। वहीं कोरोना काल के बाद रोडवेज डिपो परिसर में परिचालक व चालक की कमी आ गई। आज फालना रोडवेज डिपो में मात्र 35 ड्राइवर 28 कंडक्टर है। जिनमें से रोडवेज विभाग ने अधिकतर को अन्य दायित्व दे रखा है।
ऐसे में यात्रियों को अपने गंतव्य स्थान पर जाने के लिए घंटों बस स्टैंड पर इंतजार करना पड़ता है। जिसके चलते अधिकतर यात्री निजी वाहनों से ज्यादा किराया खर्च कर यात्रा करने को मजबूर हो रहे है